नई दिल्ली, 11 मार्च (जनसमा)। पिछले कुछ दिनों से चर्चा में चल रहे ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्कृति महोत्सव के आयोजन “विश्व संस्कृति महोत्सव” को आखिरकार आज (शुक्रवार) को कुछ राहत मिलती दिख रही है।
फोटो: श्री श्री रवि शंकर द्वारा आयोजित विश्व संस्कृति महोत्सव की तैयारियों का दृश्य। (फोटो: आईएएनएस)
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना खादर इलाके में “विश्व संस्कृति महोत्सव” के समारोह के शुरू होने से केवल कुछ ही घंटे पहले राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने आयोजक ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ को पांच करोड़ रूपये के जुर्माने में से 25 लाख रूपये शुक्रवार को जमा कराने को कहा है। शेष चार लाख 75 हजार रूपये जमा कराने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया गया है।
एनजीटी ने शुक्रवार को अपने बुधवार के फैसले पर अमल के मामले में सुनवाई की। बुधवार को एनजीटी ने पांच करोड़ का जुर्माना लगाया था। इस समारोह के आयोजन में 25.63 करोड़ रुपये पहले ही खर्च हो चुके हैं।
आर्ट ऑफ लिविंग ने एनजीटी से कहा कि वह इस आदेश का अनुपालन करेगा। उसने पांच करोड़ रुपये का जुर्माना भरने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा। उसने यह भी कहा था कि यह संगठन चंदे से चलता है और इतने कम समय में पांच करोड़ रूपये इकट्ठे करना उसके लिए मुश्किल है। अधिकरण ने आर्ट ऑफ लिविंग को पहले चेतावनी दी थी कि अगर उसने आज शाम तक जुर्माने का भुगतान नहीं किया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
आयोजकों पर पर्यावरण क्षति की भरपाई के लिए पांच करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया गया था। अधिकरण ने जुर्माने का भुगतान नहीं करने के श्री श्री रविशंकर के बयान पर भी कड़ी आपत्ति की और कहा कि उनकी जैसी हैसियत वाले व्यक्ति के इस तरह के बयान से कानून के शासन को धक्का पहुंचता है।
आर्ट ऑफ लिविंग का तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव आज शाम दिल्ली में यमुना किनारे शुरू हो रहा है। इसमें दुनिया भर से लगभग 35 लाख लोगों के आने की संभावना है, जिनमें 36 हजार कलाकार होंगे।
ऐसी जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समारोह का उदघाटन करने करेंगे।
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