जयपुर, 01 फरवरी। केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह से सोमवार को राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने शैक्षिक उन्नयन एवं विभिन्न अन्य राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
प्रो. देवनानी के निवास स्थान पर हुई चर्चा में वी.के. सिंह ने राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत पाठ्यक्रम से युवाओं को जोड़े जाने पर जोर दिया। इस पर शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान में महापुरूषों की जीवनियों के साथ ही राष्ट्रीयता के भावों पर केन्द्रीय नवीन पाठ्यक्रम निर्मित किया गया है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में अकबर महान के बजाय महाराणा प्रताप महान का पाठ विद्यार्थियों को पढाऩे की पहल की गई है। उन्होंने विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के साथ ही उन्हें संस्कारित किये जाने के लिए पाठ्यक्रम में किये गये परिवर्तन के बारे में भी वी.के. सिंह को अवगत कराया।
प्रो. देवनानी ने बताया कि राज्य में सरकारी विद्यालयों के प्रति आकर्षण बढाऩे के प्रयासों के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा गया है। नामांकन जो निरन्तर कम हो रहा था उसमे राज्य सरकार के प्रयासों से 9 लाख की वृद्घि हुई है। उन्होंने स्टाफिंग पैटर्न, बड़े स्तर पर की गई पदोन्नतिया, माडॅल विद्यालय का नाम स्वामी विवेकानन्द विद्यालय किये जाने, प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले जाने आदि नवाचारों से प्रदेश की शिक्षा में हुए निरन्तर विकास के बारे में भी विदेश राज्य मंत्री को जानकारी दी।
विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र के अन्तर्गत राष्ट्रीयता और चरित्र निर्माण को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रो.देवनानी से देश की विदेश नीति और भारतीय स्तर पर विदेश नीति को सुदृढ़ किये जाने के लिए हुए प्रयासों पर भी संवाद किया।
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