जयपुर, 18 मई (जनसमा)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की पहल पर राजस्थान के मंत्री, सांसद, विधायक और अफसर प्रसन्नचित्त तथा तनावरहित रहने के तरीके सीखेंगे। यह सब सिखाएंगे ईशा फाउण्डेशन के संस्थापक सद्गुरू जग्गी वासुदेव और विधा का नाम है ’’शाम्भवी महामुद्रा’’। सद्गुरू जग्गी वासुदेव 20 और 21 मई को ’’शाम्भवी महामुद्रा’’ के माध्यम से जनप्रतिनिधयों, अफसरों और प्रतिभागियों को कार्यक्षमता बढ़ाने और जीवन शैली को संतुलित और ऊर्जामयी बनाने की कला सिखायेंगे।
फाइल फोटो : वसुन्धरा राजे योग ध्यान की विभिन्न मुद्राओं में।
स्वास्थ्य से जुड़े इस महत्वपूर्ण शिविर में मुख्यमंत्री, राज्य मंत्रिमण्डल के सदस्य, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, जयपुर में पदस्थापित आईएएस, आईपीएस, आईएफएस तथा 1999 बैच एवं इससे पहले बैच के वरिष्ठ आरएएस अधिकारी सहित करीब 600 प्रतिभागी भाग लेंगे। खास बात यह होगी कि दूसरे दिन केवल वे ही प्रतिभागी शिविर का लाभ ले सकेंगे, जो पहले दिन उपस्थित रहेंगे। इसकी तैयारियां करीब-करीब पूरी हो चुकी हैं।
भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त ईशा फाउण्डेशन के सहयोग से सीतापुरा स्थित जयपुर एक्जीबिशन एण्ड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ’इनर इन्जीनियरिंग – टेक्नोलॉजीज फॉर वेलबीइंग’ शिविर में शरीर, मन, भावनाओं व ऊर्जा के उचित प्रबन्धन से एक शक्तिशाली व सहज जीवन जीने की क्रियाएं भी सिखाई जाएंगी।
शिविर में प्रतिभागियों को ऎसी क्रियाएं सिखाई जायेंगी, जिनसे वे बाहरी परिस्थितियों के प्रतिकूल होने के बावजूद अपने अंदर संतुलन व सुख का अनुभव कर सकेंगे। इससे वैज्ञानिक, तर्कपूर्ण और हास्यपूर्ण स्वभाव का भी विकास होगा। ’शाम्भवी महामुद्रा’ के नियमित अभ्यास से प्रतिभागी पुराने रोगों से राहत पायेंगे और उनकी इच्छाशक्ति, बोध और कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी।
योग शिविर 20 मई को सुबह 7.30 बजे से शुरू होकर सायं 7 बजे तक चलेगा। इसी प्रकार 21 मई को शिविर सुबह 6.30 बजे से शुरू होकर सायं 7 बजे सम्पन्न होगा। शिविर में प्रतिभागी आरामदायक ड्रेस कोड में आयेंगे। शिविर में प्रतिभागियों की सुविधा के लिए लाइव हिन्दी अनुवाद की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
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