शिक्षा के विकास के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी : हरीश रावत

देहरादून, 12 फरवरी। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत आज अपने चिरप्रतिक्षित दौरे पर ग्राम तोली पहुंचे और यहां पर जौलीग्राण्ट हिमालयन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमैंट के संस्थापक स्वामी राम जी की जन्मस्थली ग्राम तोली में पाॅलीटेक्निक काॅलेज एवं पाॅलीक्लिनिक संस्थान का शिलान्यास वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच किया। इस अवसर पर तोली में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि श्री स्वामी राम जी उत्तराखण्ड के ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत समेत विश्व के युगदृष्टा रहे।

मुख्यमंत्री ने स्वामी राम जी का नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड की पहचान के रूप में जाने जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में हिमालयन इंस्टीट्यूट द्वारा ग्राम तोली में नर्सिंग कालेज की स्थापना भी की जाएगी। जिसके लिए राज्य सरकार संस्थान को भूमि उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए नीतियां बनाई जाएंगी। जिनमें मुख्य रूप से पर्वतोन्मुखी गरीबों के उत्थान तथा महिलाओं को आगे बढ़ाने को लेकर कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड अपने बलबूते परिर्वतन नहीं कर सकता। इसके लिए महिलाओं को भी बराबरी देनी होगी तभी उत्तराखण्ड उन्नत प्रदेश बनेगा। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में 6 लाख लोगों को पेंशन मुहैया करा रही है और उन्होंने इस पेंशन को साढे़ सात लाख लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रत्येक जिलाधिकारी को निर्देशित कर दिया गया है कि लगातार दो कन्याओं को जन्म देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाए। उन्होंने विभिन्न योजनाओं में महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराए जाने के साथ ही शादीविवाह के अवसर पर शगुन अक्षर गाने वाली महिलाओं को भी पेंशन का लाभ दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राज्य को शिक्षा का हब बनाया जाएगा और सरकार शिक्षा के विकास के लिए धन की कमी नहीं आने देगी ताकि उत्तराखण्ड में शिक्षा का स्तर उत्कृष्ट हो। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक विद्यालयों में अध्यापकों की तैनाती की जाएगी साथ ही महिलाओं से कहा कि वे अपने बच्चों की शिक्षा की ओर विशेष ध्यान रखें और यह देखें कि वे स्कूल की पढ़ाई सही ढ़ंग से कर रहे हैं या नहीं। क्योंकि विद्यार्थी की पहली पाठशाला उसका अपना घर होता है। इस अवसर पर उन्होंने पूर्वी एवं पश्चिमी नयार नदी में जलाशयों का निर्माण कर लघु जल विद्युत उत्पादन की योजनाएं बनाने की बात कही। जिससे क्षेत्र का समुचित विकास भी हो सकेगा।

उन्होंने सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ उठाने की अपील जनता से की तथा वे जनता के बीच जाकर भी सबसे मिले और सबकी समस्याओं से रूबरू हुए तथा समस्याओं के निदान हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही।