नई दिल्ली, 19 जनवरी(जनसमा)। समुद्र में सभी प्रकार के कचरे को गिरने से रोकने और प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से शिपिंग मंत्रालय ने ‘परियोजना हरित बंदरगाह’ का शुभारंभ किया है, जिससे देश के प्रमुख बंदरगाह और ज्यादा स्वच्छ एवं हरियाली युक्त हो जायेंगे। इससे समुद्र और बंदरगाहों का पर्यावरण भी स्वच्छ बना रहेगा।
फोटो सौजन्य: कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट
हरित बंदरगाह पहल में 12 कदम शामिल होंगे, जिन्हें दृढ़ता के साथ समय पर पूरा किया जायेगा, ताकि योजना का लाभ जल्दी मिल सके। इनमें से कुछ कदम हैं: योजना तैयार करना एवं उस पर नजर रखना, पर्यावरणीय प्रदूषण पर नजर रखने के लिए आवश्यक उपकरणों को हासिल करना, धूल रोकने वाली प्रणाली हासिल करना, सीवेज/गंदा जल शोधन संयंत्र/कचरा निपटान संयंत्र की स्थापना करना, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन के लिए परियोजनाएं स्थापित करना, तेल रिसाव अनुक्रिया (ओएसआर) सुविधाओं (टियर-1) में कमी को पूरा करना, समुद्र में लगभग सभी तरह के कचरे को गिरने से रोकने की व्यवस्था करना, बंदरगाह कचरे की गुणवत्ता को बेहतर करना इत्यादि।
‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत मंत्रालय ने निश्चित समय सीमा वाली 20 गतिविधियों की पहचान की है, ताकि बंदरगाह परिसरों में स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा सके। इनमें से कुछ गतिविधियां ये हैं: घाटों की सफाई, शेड की सफाई व मरम्मत, बंदरगाहों से जुड़ी सड़कों की सफाई व मरम्मत, सड़क संकेतों, जेबरा क्रासिंग एवं फुटपाथ के किनारों को अंकित करना, परिचालन क्षेत्र में स्थित तमाम शौचालय परिसरों का आधुनिकीकरण एवं उनकी सफाई, नियमित अंतराल पर कूड़ेदान (डस्टबिन) लगाना, पार्कों का सौंदर्यीकरण तथा उनकी सफाई, स्वच्छता के संदेश देने वाले बोर्डों को लगवाना, सभी नालों व तूफानी जल प्रणालियों की साफ-सफाई एवं मरम्मत और वृक्षारोपण।
इन लक्ष्यों को पाने के लिए कर्मचारियों को नियमित तौर पर प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि आसपास के माहौल को स्वच्छ एवं हरियाली युक्त रखने के लिए उनमें जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ इसके प्रति सकारात्मक नजरिया भी सुनिश्चित हो सके। सभी प्रमुख बंदरगाहों ने उपर्युक्त सभी गतिविधियों की दिशा में अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिये हैं और वे अच्छी प्रगति कर रहे हैं।
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