शिमला, 20 जनवरी। शिमला में बढ़ते पीलिया के मामलों को लेकर हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने बुधवार को सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम शिमला के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।
कौल सिंह ने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से उठाए गए कदमों के चलते शहर में पीलिया पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इन्दिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल तथा दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में पीलिया के निःशुल्क परीक्षण किए जा रहे हैं तथा मरीजों को पीलिया की निःशुल्क दवा भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि अब तक पीलिया के 817 मामले प्रकाश में आए हैं, जबकि पीलिया के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टि हुई है। उन्होंने संबंधित विभागों को पीलिया से निपटने के लिए मिलजुल कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को पानी के रैंडम टैस्ट करवाने के निर्देश दिए तथा कहा कि यह टैस्ट कण्डाघाट स्थित प्रयोगशाला में करवाए जाएं।
कौल सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिमला शहर के लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रभावी कदम उठाए हैं। सभी मुख्य टैंकों को साफ कर दिया गया है और नियमित रूप से पानी का क्लोरिनेशन किया जा रहा है। उन्होंने शहरवासियों से भी अपनी पानी की टैंकियों को नियमित रूप से साफ करने का भी आग्रह किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को शहर के सभी घरों की मल निकासी सीवरेज लाईन में जोड़ने के निर्देश दिए ताकि सेप्टिक टैंकों से होने वाले रिसाव से पानी को दूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को पीलिया प्रभावित क्षेत्रों सहित शहर में इस बीमारी के प्रति जागरूकता अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिए।
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