शिवराज ने सिंहस्थ के निर्माण कार्यों का अवलोकन किया

भोपाल, 02 मार्च। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उज्जैन में सिंहस्थ-2016 के निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने 363 करोड़ 49 लाख की लागत के पेयजल कार्य, सड़क, पुल का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने चक्रतीर्थ पर चार पुल और दो सड़क के साथ ही रामघाट से दत्त अखाड़े को जोड़ने वाले रपटा के नवीनीकरण और मंगलनाथ फोर लेन पर सेन्ट्रल लाइटिंग का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मंगलनाथ से कमेड़ मार्ग पीलिया खाल नाले पर 5 करोड़ 57 लाख की लागत से बने पुल का उदघाटन किया। पुल के निर्माण से आगर एवं मक्सी से आने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। साथ ही 9 करोड़ 81 लाख की लागत के ओखलेश्वर घाट से विक्रान्त भैरव मन्दिर को जोड़ने क्षिप्रा नदी पर नव-निर्मित पुल, बड़े पुल के पास क्षिप्रा सेतु के समानान्तर 8 करोड़ 51 लाख की लागत से चक्रतीर्थ के समीप निर्मित अतिरिक्त पुल तथा ऋणमुक्तेश्वर से रणजीत हनुमान मार्ग के मध्य क्षिप्रा पर नव-निर्मित पुल का भी चौहान ने लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने करीब 5 करोड़ की लागत से निर्मित रामघाट से मुल्लापुरा फोर-लेन रोड एवं 19 करोड़ 26 लाख की लागत से बनी मकोड़िया आम खाकचौक से मंगलनाथ फोर-लेन सी.सी. रोड मय सेन्ट्रल लाइटिंग तथा 32 लाख की लागत से रामघाट से दत्त अखाड़े को जोड़ने वाले नये रपटा का उदघाटन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण से पूर्व क्षिप्रा के सुनहरी घाट पर त्रिवेणी के पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री ने क्षिप्रा किनारे पहुँचकर नदी का अवलोकन भी किया।

चौहान ने गऊघाट जल यंत्रालय पर सिंहस्थ-2016 में पेयजल व्यवस्था के लिये 41 करोड़ 89 लाख की लागत के बारह कार्य लोकार्पित किये। इससे उज्जैन शहर में प्रदाय किये जाने वाले जल की जल-शोधन क्षमता दुगनी हो गई है। सिंहस्थ के दौरान 161 एमएलडी प्रतिदिन जल वितरण की क्षमता विकसित हो गयी है। उल्लेखनीय है कि 11 करोड़ की लागत से गऊघाट जल-शोधन संयंत्र से त्रिवेणी तक 500 एवं 150 मिमी व्यास डीआई पाइप लाइन बिछाई गई है। इससे सिंहस्थ के बाद भी शहर के लिये नर्मदा-क्षिप्रा लिंक के पानी का उपयोग किया जा सकेगा और भविष्य में कभी जल संकट नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने 6 करोड़ 17 लाख रूपये के वरूणालय जल-शोधन संयंत्र एवं सम्बन्धित अवयव का निर्माण, गऊघाट जल यंत्रालय से गुदरी स्थित उच्च-स्तरीय पानी की टंकी तक 500 मिमी व्यास डीआई पाइप लाइन बिछाने के लिये 1 करोड़ 74 लाख के कार्य, 4 करोड़ लागत के जल-शोधन संयंत्रों एवं पम्पिंग स्टेशन के उन्नयन कार्य का उदघाटन किया।

उन्होंने 5 करोड़ 40 लाख की लागत से आठ एमएलडी जल्पेश्वर जल-शोधन संयंत्र, 74 लाख 90 हजार रूपये की लागत से गढ़कालिका क्षेत्र में उच्च-स्तरीय पानी की टंकी का निर्माण, एक करोड़ 57 लाख रूपये की लागत से वरूणालय जल-शोधन संयंत्र से चिन्तामन गणेश तक पाइप लाइन बिछाने का कार्य एवं 150 किलो लीटर क्षमता की 15 मीटर ऊँचाई की उच्च-स्तरीय पानी की टंकी का निर्माण और पौने दो करोड़ की लागत से उंडासा पर वर्तमान जल-शोधन संयंत्र के उन्नयन कार्य का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने मंगलनाथ सिंहस्थ मेला क्षेत्र में करीब 2 करोड़ की लागत से 600 किलो लीटर क्षमता की उच्च-स्तरीय टंकी का निर्माण और 300 मिमी व्यास डीआई पाइप लाइन बिछाने का कार्य, उजड़खेड़ा बड़नगर रोड मेला क्षेत्र में 81 लाख की लागत से 250 किलो लीटर क्षमता की उच्च-स्तरीय पानी की टंकी का निर्माण एवं 2500 एमएम पाइप लाइन बिछाने का कार्य, 11 करोड़ की लागत से गऊघाट जल-शोधन संयंत्र से त्रिवेणी तक 500 एवं 150 मिमी व्यास डीआई पाइप लाइन बिछाने का कार्य, 4 करोड़ 36 लाख की लागत से गंभीर नदी पर 12 मीटर व्यास और 20.50 मीटर गहराई के इंटेक वेल का निर्माण तथा सिंहस्थ मेला क्षेत्र में भैरवगढ़ टंकी के पास 885 किलो लीटर क्षमता के सम्पवेल, पम्प हाऊस एवं सब-स्टेशन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जल-शोधन संयंत्र का अवलोकन भी किया।

शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में चिंतामन गणेश मार्ग पर 39 करोड़ 18 लाख की लागत से निर्मित जयसिंह पुरा बदल मार्ग को लोकार्पित किया। इस ब्रिज की लम्बाई 1234.45 मीटर तथा चौड़ाई 12 मीटर है।