भोपाल, 14 जनवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों चार दिवसीय सिंगापुर यात्रा पर हैं। वे वहां मध्यप्रदेश में निवेश को बढ़ाने के उद्देश्य से गए हैं। इसी तारतम्य में गुरुवार को यात्रा के तीसरे दिन प्रदेश में विदेशी निवेश बढ़ाने के लिये बिजनेस सेमीनार में भाग लेंगे। साथ ही इंटरनेशनल इंटरप्राइजेज (आई.ई.) और सिंगापुर बिजनेस फेडरेशन के प्रतिनिधि-मंडल से चर्चा करेंगे। इस दौरान व्यापारिक प्रतिनिधि-मंडल और अधिकारी भी साथ होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान सेन्टोसा आईलेंड का भी भ्रमण करेंगे। मुख्यमंत्री भारतीय उच्चायुक्त द्वारा अपने सम्मान में रखे गये रात्रि भोज में भी शामिल होंगे। चौहान 15 जनवरी को सिंगापुर के वरिष्ठ राष्ट्रीय विकास मंत्री लोरेंस वॉग से मुलाकात करेंगे तथा शाम को स्वदेश रवाना होंगे।
बता दें कि विकास के लिये जरूरी नेतृत्व प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सिंगापुर में बुधवार को प्रतिष्ठापूर्ण ली क्वान यू एक्सचेंज फेलोशिप से सम्मानित किया गया। चौहान यह फैलोशिप प्राप्त करने वाले चौथे भारतीय तथा दुनिया के पचासवें व्यक्ति हैं। यह सुखद संयोग है कि यह सम्मान ऐसे समय मिला है जब सिंगापुर अपनी स्वतंत्रता की पचासवीं वर्षगाँठ मना रहा है। यह सम्मान उन्हें मध्यप्रदेश में उच्च आर्थिक विकास दर, कृषि विकास दर, सिंचाई, बिजली एवं महिला सशक्तिकरण आदि क्षेत्र में किये गये अभूतपूर्व कार्यों और नवाचारों के लिये दिया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान के सम्मान में सिंगापुर में आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में ली क्वान यू एक्सचेंज फेलोशिप के अध्यक्ष एडी टीओ ने कहा कि श्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में विकास और जनकल्याण के अदभुत कार्य हुए हैं। उनके नवाचारी विकास कार्यों को देखते हुये संस्था ने इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिये श्री चौहान को चुना है। उन्होंने कहा कि श्री चौहान को यह सम्मान देकर संस्था गौरवान्वित हुई है।
सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग जो वर्तमान में वहाँ के मानद वरिष्ठ मंत्री हैं, वर्ष 2014 में 15 सदस्यीय दल के साथ मध्यप्रदेश के भ्रमण पर आये थे। इस दौरान उनके समक्ष मध्यप्रदेश में समावेशी विकास, अधोसंरचना के क्षेत्र में प्रगति और जनकल्याण के लिये किये गये नवाचारों और उपलब्धियों का प्रस्तुतिकरण किया गया था। वे मध्यप्रदेश की विकास एवं कृषि विकास दर, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक क्षेत्रों में हुए कार्यों से बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने भी ली क्वान यू एक्सचेंज फेलोशिप के लिये अन्य नामों के साथ मुख्यमंत्री चौहान के नाम पर भी विचार करने की अनुशंसा की। इसके बाद ली क्वान यू एक्सचेंज फेलोशिप (रु्यङ्घश्वस्न) संस्था द्वारा विकास के लिये नेतृत्व के सभी पहलु का परीक्षण कर चौहान को यह पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया।
सिंगापुर के इस प्रतिष्ठापूर्ण सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने वहाँ के प्रधानमंत्री ली हसेन लूंग से सौजन्य भेंट की। लूंग ने मध्यप्रदेश के समावेशी विकास की सराहना की। उन्होंने शहरी अधोसरंचना, शहरी नियोजन और कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग करने में रूचि दिखाई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश के परिप्रेक्ष्य में 14 जनवरी 2016 को होने वाले इण्डस्ट्री इंट्रेक्टिव सेशन के अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान सिंगापुर के ईएसएम (मानद वरिष्ठ मंत्री) गोह चोक टोंग, उद्योग मंत्री एस. ईस्वरन, रक्षा एवं विदेश राज्य मंत्री मोहम्मद मालिकी बिन ओसमान से मुलाकात की। सभी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुये उनकी सराहना की। चौहान ने कहा कि यह सम्मान मध्यप्रदेश की जनता का सम्मान है। इस सम्मान से मध्यप्रदेश के लिये और ज्यादा बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।
इसके पूर्व यह फेलोशिप भारत के योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया, पूर्व केन्द्रीय विनिवेश मंत्री अरुण शौरी, अविभाजित आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. चन्द्रबाबू नायडू को प्रदान की गई है। ली क्वान यू एक्सचेंज फेलोशिप की स्थापना वर्ष 1991 में की गयी थी। फेलोशिप अपने राष्ट्र के विकास में योगदान के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सदभावना को बढ़ावा देने के लिये दी जाती है।
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