नई दिल्ली, 08 मार्च (जनसमा)। श्री चैतन्य महाप्रभु के वृंदावन आगमन की 500वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रभु के संदेश को जन जन तक पहुंचाने के लिए श्री चैतन्य प्रेम रथ वृन्दावन से चलकर 9 मार्च, 2016 को दिल्ली पहुंचेगा।
श्री चैतन्य महाप्रभु के वृंदावन आगमन की 500वीं वर्षगांठ मनाने के क्रम में संस्कृति मंत्रालय की वित्तीय मदद से वृंदावन अनुसंधान संस्थान, वृंदावन कई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
चैतन्य महाप्रभु के वृंदावन आगमन पर 25 नवंबर, 2015 का दिन कार्तिक पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। साल भर लंबे चलने वाले समारोहों की योजना के तहत चैतन्य महाप्रभु के जीवन और उनके उपदेशों को प्रदर्शित करने के लिए चलती-फिरती प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है।
यह सचल आयोजन ‘श्री चैतन्य प्रेम रथ’ के बैनर तले शुरू हो चुका है। मथुरा के जिलाधिकारी ने 8 फरवरी, 2016 को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया था। यह प्रदर्शनी उन जगहों से होकर गुजरेगी जहां-जहां से चैतन्य महाप्रभु चलकर वृंदावन आए थे। श्री चैतन्य प्रेम रथ ऐसे 20 से ज्यादा जगहों से होते हुए 9 मार्च, 2016 को दिल्ली पहुंचेगी।
संस्कृति मंत्रालय के सचिव एन.के. सिन्हा भजन-कीर्तन के आयोजन से युक्त वातावरण में ‘हरे कृष्णा’ की स्वरलहरी के बीच श्री चैतन्य प्रेम रथ की आगवानी करेंगे।
इस मौके पर शाम साढ़े चार बजे नई दिल्ली में जनपथ स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में नृत्य नाटिका का आयोजन किया गया है।
वृंदावन प्रस्थान करने के पहले 10 मार्च, 2016 अपराह्न ढाई बजे तक चैतन्य प्रेम रथ और प्रदर्शनी 9 मार्च को आम लोगों के लिए खुली रहेगी।
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