संप्रग ने पाकिस्तान के हिंदू आतंक के मत को मजबूत किया : भाजपा

नई दिल्ली, 14 मई | राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मालेगांव विस्फोट मामले की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को क्लीनचिट देने को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार को निशाना बनाने पर भाजपा ने शनिवार को पलटवार किया। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की तत्कालीन सरकार ने हिंदू नेताओं के खिलाफ आरोप लगा कर हिंदू आतंकवाद के पाकिस्तान के मत को मजबूत किया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “साध्वी प्रज्ञा को फंसाने के लिए एक साजिश रची गई। यह पाकिस्तान का मत था कि भारत में आतंकवाद के पीछे कथित हिंदू कट्टरपंथी हैं। कांग्रेस के नेताओं ने इसे हिंदू आतंक शब्द गढ़कर मजबूत किया।”

उन्होंने कहा, “जब आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के कठघरे में था तब कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने आतंकवाद के मामलों को कमजोर करने के लिए हिंदू आतंक शब्द गढ़ा।”

एनआईए ने शुक्रवार को मालेगांव विस्फोट मामले की प्रमुख अभियुक्त साध्वी प्रज्ञा एवं पांच अन्य को आरोप मुक्त कर दिया। इससे इन सबके जेल से जल्द रिहा होने का मार्ग प्रशस्त हो गया।

हालांकि, 29 सितंबर 2008 में हुए आतंकी विस्फोट के मामले में आठ और अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा चलता रहेगा। इनमें लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित भी हैं। महाराष्ट्र के नासिक जिले में मुस्लिम बहुल शहर में हुए उस विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी।

शर्मा भाजपा के मीडिया कोषांग के संयोजक भी हैं। उन्होंने पहले कहा था कि आतंकवाद के मामलों की जांच के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल तब किया गया जब वे ‘इटली का चश्मा’ पहने थीं।

उन्होंने कहा, “अब हमारी एजेंसियां मामलों की जांच भारतीय चश्मा पहनकर कर रही हैं।” उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से आतंकवाद को लेकर राजनीति नहीं करने को कहा।

शर्मा ने कहा, “यह एक कानूनी मामला है और मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत ने क्लीनचिट दी है। वे न केवल इस पर राजनीति कर रहे हैं बल्कि अदालत के फैसले पर भी सवाल उठा रहे हैं। उन्हें आतंकवाद पर इस तरह की राजनीति से बचना चाहिए क्योंकि इसका कोई रंग नहीं है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ‘आतंकियों’ को बचाने को लेकर शुक्रवार को एनआईए और भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार की आलोचना की थी।

उन्होंने कहा था, “हम जानते हैं कि आप उन्हें बचाना चाहते हैं और हम यह भी जानते हैं कि जो आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं उनसे आपके संबंध हैं।”

–आईएएनएस