संसद में सकारात्मक चर्चाएं होने की आशा: मोदी

नई दिल्ली, 23 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संसद का बजट सत्र ‘फलदायक’ होगा, क्योंकि सर्वदलीय बैठकों में कई विपक्षी राजनीतिक दलों ने सकारात्मक रवैया दिखाया है। संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में मोदी ने कहा,”मैं आशा करता हूं कि संसद का बजट सत्र फलदायक होगा और तर्कसंगत समीक्षाएं भी होंगी।”

फोटोः 23 फरवरी, 2016 को संसद भवन में पत्रकारों से रूबरू होते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि सत्र के दौरान जनहित के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की कड़ी आलोचना होनी चाहिए और कमजोरियों को बताया जाना चाहिए जिससे देश में लोकतंत्र और मजबूत हो सके।

मंगलवार को संसद का बजट सत्र शुरू हो गया।

उन्होंने कहा कि आज भारत की  वैश्विक अर्थव्यवस्था में जो स्थिति बनी है, उसके कारण विश्व का ध्यान भी भारत के इस बजट सत्र पर है। पिछले कई दिनों से लगातार सभी दलों से औपचारिकता से ऊपर उठ करके विचारविमर्श चल रहा है। वन टू वन भी काफी बातें हो रही है और यह विश्वास मिला है कि सार्थक चर्चाएं होंगी।

प्रधानमंत्री के साथ ही संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भी संवाददाताओं सम्बोधित किया। उन्होंने प्रमुख विधेयकों को पारित कराने में विपक्ष से सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि वह हर मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है।

नायडू ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि इस सेशन में बजट पास हो जाए, रेल बजट पास हो जाए, फाइनेंस बिल पास हो जाए, देश के सामने जो घटनाएं इधर-उधर हो रही हैं, उन घटनाओं के बारे में भी चर्चा करने में भी सरकार को कोई संकोच नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश की जनता को संसद से बहुत आशा है इसलिए राजनीति को छोड़कर सभी पार्टियों को विकास के एजेंडे पर मिलकर चर्चा करनी चाहिए।