रायपुर, 17 अगस्त (जस)। छत्तीसगढ़ में महिलाओं को एक ही छत के नीचे एकीकृत रूप से सभी प्रकार की आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध करा रहे ‘सखी’ की साख निरंतर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में वन स्टाप सेन्टर ‘सखी’ को उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि वन स्टाप सेन्टर के नाम से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित इस केन्द्र की आधारशिला राजधानी रायपुर में केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी द्वारा 16 जुलाई 2015 को रखी गयी थी। सभी वर्ग की महिलाओं को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन तथा संरक्षण प्रदान करने के उददेश्य से संचालित इस केन्द्र में प्रारंभ से लेकर अब तक 581 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिसमें 337 प्रकरणों का त्वरित गति से निराकरण कर दिया गया है और 130 पीड़ित महिलाओं तथा बालिकाओं को आश्रय की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इनमें से ज्यादातर प्रकरण घरेलू हिंसा, धोखा-धड़ी, दैहिक शोषण और मानसिक प्रताड़ना से संबंधित है।
इस केन्द्र के माध्यम से किसी भी रूप में पीड़ित तथा संकटग्रस्त महिला को एक ही छत के नीचे हर तरह की आपातकालीन सुविधा का लाभ मिल रहा है। इसमें महिलाओं को उपलब्ध करायी जा रही सेवा के तहत चिकित्सा, विधिक सहायता, मनोवैज्ञानिक सलाह और परामर्श आदि सेवाएं प्रदान की जा रही है। साथ ही घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के प्रकरण तैयार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। यह केन्द्र 24 घंटे कार्य कर रही है। संस्था में कार्यरत सभी स्टाफ महिलाएं हैं। इनके माध्यम से महिलाओं के किसी भी आपातकालीन स्थिति का साहस और सुविधाजनक ढंग से निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से प्रदेश के राजधानी रायपुर शहर में भारत का प्रथम वन स्टाप सेन्टर ‘सखी’ की स्थापना की गयी है। यह केन्द्र प्रारंभ से ही अपने उददेश्य और कार्य में निरंतर आगे बढ़ रहा है। पूरे भारत में इस केन्द्र को उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में चिन्हांकित किया गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सखी केन्द्र के कार्य-कलापों का अवलोकन कर प्रशंसा की जा रही है।
सखी केन्द्र पूरे भारत में महिलाओं को आपात स्थिति में सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक मॉडल केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आयी है। इसके देखते हुए भारत के अन्य राज्यों में भी इस मॉडल पर वन स्टाप सेन्टर आरंभ करने की कार्रवाई की जा रही है। भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा को समाप्त करने और महिलाओं को हिंसा से संरक्षण प्रदान करने के लिए अनेक वैधानिक प्रावधान किए गए हैं। इसके प्रति महिलाओं को जागरूक करने का कार्य भी केन्द्र के माध्यम से किया जा रहा है।
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