सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उपायो पर ध्यान देने के लिए सांसदों की एक समिति गठित की गई है और सभी विधायकों से आग्रह किया कि वे अपने चुनाव क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने पर ध्यान दें।
यह जानकारी देते हुए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्ष 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को घटाकर आधे पर लाने का आह्वान किया।
उन्होंने सुझाया कि मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग परिवहन प्राधिकरण (एनएचएआई), पीडब्ल्यूडी और सड़क निर्माण के काम में लगी विभिन्न एजेंसियों के इंजीनियरों की सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए तीन दिन का एक अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए।
File photo
सड़क सुरक्षा परिषद (एनआरएससी) की 19वीं बैठक को संबोधित करते हुए 19 जनवरी,2020 को नई दिल्ली में गडकरी ने कहा कि दुर्घटनाओं को कम करना क्रमिक प्रक्रिया नहीं है, हर हितधारक को इसे तत्काल प्रभाव से उच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने स्वीडन का उदाहरण दिया जहां सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए बिल्कुल बर्दाश्त न करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति अपनाई गई।
इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश और बिहार के परिवहन मंत्री, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक अथवा उनके प्रतिनिधि और एनआरएससी के विभिन्न अधिकारी और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
गडकरी ने बताया कि भारत प्रतिदिन 30 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर रहा है जो कि महामारी के समय में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
उन्होंने राज्य सरकारों से कहा कि वे लोगों को सड़क पर सुरक्षित तौर पर चलने के लिए प्रोत्साहित करें और इस काम में स्वयंसेवी संगठनों को शामिल करे।
उन्होंने सुझाव दिया कि सड़क सुरक्षा उपायों के संबंध में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को शिक्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
Follow @JansamacharNews