चंडीगढ़, 5 मई (जनसमा)। हरियाणा सरकार अब सड़क निर्माण में ग्रीन टैक्नोलोजी का उपयोग करने जा रही है। यह जानकारी देते हुए हरियाणा के लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि कहा कि हरियाणा में सडक़ निर्माण के लिए पहली बार ग्रीन टैक्नोलोजी का प्रयोग करने का निर्णय लिया है तथा इसका प्रयोग हांसी से सुल्तानपुर (पांच किलोमीटर) तक सडक़ निर्माण किया जा रहा है। इस वर्ष गुडग़ांव, फरीदाबाद, रेवाड़ी तथा करनाल में भी ग्रीन टैक्नोलोजी आधारित सडक़ों का निर्माण करने का प्रस्ताव है।
सड़क फोटो: जनसमाचार डॉट कॉम।
राव नरबीर बुधवार को सैक्टर 33 के निर्माण सदन में राज्य के लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग के सर्कल अधीक्षक अभियंताओं की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने उपरांत पत्रकार सम्मेलन को सम्बोंधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा गठन के बाद पहली बार गत वर्ष सडक़ परियोजनाओं के वर्ष 2015-16 के आवंटित कार्य प्रगति के आधार पर लगभग 250 करोड़ रुपये की बचत की गई। वर्ष 2016-17 के दौरान 1818 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर 5605 किलोमीटर सडक़ों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
एक प्रश्न के उत्तर में राव नरबीर ने कहा कि लोक निर्माण विभाग वर्तमान में 24732 किलोमीटर लम्बी सडक़ों के रख-रखाव का कार्य देख रहा है, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन 1284, राज्य मार्ग के अधीन 1801 किलोमीटर, प्रमुख जिला मार्ग के अधीन 1395 तथा अन्य जिला मार्गों के अधीन 20384 किलोमीटर सडक़ें शामिल हैं।
राव नरबीर ने बताया कि गत वर्ष 4725 किलोमीटर लम्बी सडक़ों की मरम्मत पर 1560 करोड़ रुपये अनुमोदित किये गए थे तथा यह कार्य 30 जून तक पूरे होने अपेक्षित हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 के कार्य प्रगति रिपोर्टों में नई सडक़ों के निर्माण कार्य को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत तीन नये पुलों, छ: नई सडक़ों तथा 20 सडक़ों के सुदृढ़ीकरण पर 192.65 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
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