लखनऊ, 26 अक्टूबर | राज्य मंत्रिमंडल से दूसरी बार बर्खास्त किए जाने के तीन दिन बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने बुधवार को यहां अपना सरकारी आवास खाली करना शुरू कर दिया। यह इस बात का संकेत है कि सपा के संघर्षरत गुटों में सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है।
शिवपाल के घर सामान ले जाने के लिए उनके सरकारी निवास, 7 कालीदास मार्ग के सामने मिनी ट्रक खड़े थे। शिवपाल का सरकारी निवास उनके भतीजे और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निवास के ठीक बगल में है।
पहले सुबह में शिवपाल के स्टाफ ने उनके सरकारी निवास से मंत्री के रूप में उनकी नाम पट्टिका हटा कर संकेत दिया था कि वह राज्य सरकार में वापसी नहीं चाहते हैं।
पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह ने अपने भाई शिवपाल यादव को मिलने के लिए बुलाया है।
एक अन्य घटनाक्रम में, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की, जिसे बाद में शिष्टाचार भेंट के रूप में उल्लेख किया गया।
साढ़े चार साल पुरानी उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में दूसरे नम्बर के कद्दावर मंत्री शिवपाल यादव को पिछले एक महीने में दूसरी बार हटाया गया। उनके एक सहायक ने आईएएनएस को बताया कि उनकी गाड़ी से लालबत्ती हटा दी गई है और उन्होंने अपना आधिकारिक वाहन राज्य संपत्ति विभाग को सौंप दिया।
राजनीतिक गलियारों में इस कदम को अखिलेश को शिवपाल की झिड़की के रूप में देखा जा रहा है। बताया जाता है कि मुलायम के साथ सुलह के प्रयास के दौरान शिवपाल और तीन अन्य मंत्रियों-ओमप्रकाश सिंह, नारद राय और शादाब फातिमा को पुन: मंत्रिमंडल में वापस लेने के बदले अखिलेश ने पार्टी से रामगोपाल यादव का निष्कासन निरस्त कराने की कोशिश की।
मुलायम ने शुरुआत में अखिलेश से बर्खास्त मंत्रियों को फिर बहाल करने को कहा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनकी बात नहीं मानी। मजबूरन सपा प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा कि यह मुद्दा उन्होंने अखिलेश पर छोड़ दिया है।
मंत्रिमंडल से बर्खास्त पूर्व पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान मुलायम सिंह के बगल में बैठे थे। जब सपा प्रमुख ने यह बयान दिया तो वह नाराज लग रहे थे।
समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है, जिसकी पुष्टि एक और घटनाक्रम में हुई। सपा ने बुधवार को पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के एक निकट सहयोगी को थप्पड़ मारने के आरोपी वन राज्य मंत्री पवन पांडे को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की घोषणा सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने की।
पांडे अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं।
विधान परिषद सदस्य आशु मलिक ने सोमवार को आरोप लगाया था कि पांडे ने उन्हें मुख्यमंत्री निवास पर थप्पड़ मारा था।
शिवपाल ने बुधवार को कहा कि पार्टी अनुशासनहीनता के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगी।
हालांकि शिवपाल इस बात पर कायम थे कि पार्टी या यादव परिवार में कोई मतभेद नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, “हम एकजुट हैं और अब अगाामी पांच नवम्बर को होने वाले पार्टी की रजत जयंती समारोह और उसके बाद राज्य विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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