सपा सरकार को अस्थिर करने की गहरी साजिश : राम गोबिंद चौधरी

लखनऊ, 8 जून | उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित जवाहरबाग में हिंसा के बाद से ही विपक्षी दल लगातार समाजवादी पार्टी की सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी लगातार सपा सरकार पर आक्रामक है और वह सरकार से इस्तीफे की मांग कर रही है। इन आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री राम गोबिंद चौधरी ने विपक्ष के हमलों को सपा सरकार को अस्थिर करने की गहरी साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार उत्तराखंड के बाद अब उत्तर प्रदेश को अस्थिर करने में जुट गई है।

राम गोबिंद चौधरी ने आईएएनएस के साथ साक्षात्कार में मथुरा हिंसा को लेकर सरकार पर लग रहे आरोपों का विस्तार से जवाब दिया।

चौधरी ने कहा, “आरोप लगाना तो विपक्ष की आदत बन चुकी है। मथुरा हिंसा के पीछे सरकार को अस्थिर करने की सुनियोजित साजिश है।”

मथुरा हिंसा को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने पिछले दिनों राज्य के मंत्री और मुख्यमंत्री के सगे चाचा शिवपाल सिंह यादव पर निशाना साधा था और कहा था कि आरोपियों को उनका संरक्षण प्राप्त था।

शिवपाल सिंह यादव का बचाव करते हुए चौधरी ने कहा कि यादव पर आरोप लगाने वालों को पहले अपने गिरहबान में झांकना चाहिये। यह सारा देश सुन रहा है कि गुजरात दंगों के मुख्य आरोपी अमित शाह आज किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। जहां तक केशव की बात है तो उन पर 10 से अधिक मुकदमे चल रहे हैं।

मथुरा हिंसा की सीबीआई से जांच कराने के संदर्भ में प्रदेश के मंत्री चौधरी ने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों से आए दिन चूक होती है और हमारे जवान शहीद होते हैं तो क्या वहां की घटनाओं की जांच सीबीआई से कराई जाती है? क्या वहां की सरकारों को बर्खास्त करने की बात की जाती है? इस तरह की बातें क्यों सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार के लिए ही की जाती हैं?”

उन्होंने कहा कि इससे यही साबित होता है कि मथुरा हिंसा की आड़ लेकर सरकार को अस्थिर करने की गहरी साजिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। जल्द ही इस घटना की सच्चाई समाने आ जाएगी।

जवाहरबाग से अतिक्रमण हटाने के लिए राज्य सरकार की ओर कोई प्रयास नहीं किए जाने के आरोप पर मंत्री ने कहा कि पार्क को खाली कराने के प्रयास हो रहे थे। बिना हिंसा के अतिक्रमण हटाने की कोशिश हो रही थी। अगर पार्क खाली कराते समय किसी ‘सत्याग्रही’ की मौत होती, तब भी वही आरोप लगाए जाते जो अभी लगाए जा रहे हैं।

घटना को लेकर सरकार की छवि पर असर के सवाल के जवाब में सपा नेता ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, “सपा सरकार की विकासात्मक उपलब्धियों से लोगों ध्यान हटाने के लिए इस तरह के मुद्दों को ज्यादा तूल दिया जा रहा है।”

पिछले गुरुवार को मथुरा में हुई हिंसा में दो पुलिस अधिकारियों समेत 24 लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य लोग घायल हुए थे।       –आईएएनएस