लखनऊ, 23 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में जारी पारिवारिक कलह के बीच रविवार को पार्टी में टूट की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी नहीं बंटेगी। उन्होंने खुद को पिता व सपा का वाजिब उत्तराधिकारी बताया। सूत्रों के अनुसार, अखिलेश ने अपने आधिकारिक आवास पर मंत्रियों व विधायकों की बुलाई बैठक में भावुक हो गए। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वह सोमवार को उनके पिता की ओर से बुलाई गई बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
इस बैठक में शिवपाल और तीन अन्य मंत्रियों को सरकार से बर्खास्त करने वाले अखिलेश ने कहा, “नेताजी (मुलायम) केवल पार्टी के नेता नहीं हैं, बल्कि वह मेरे पिता भी हैं और हमेशा उनकी सेवा करूंगा।”
बताया जाता है कि बैठक में अखिलेश ने सीधे तौर पर राज्यसभा सदस्य अमर सिंह पर हमला बोला और उन्हें ‘दालाल’ तक कह दिया, जो ‘परिवार के साथ-साथ सपा को भी तोड़ने आए हैं।’
बैठक में शामिल विधायकों ने कहा कि अखिलेश ने अमर सिंह पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने अपने आधिकारिक आवास पर आयोजित बैठक में शिवपाल और तीन अन्य मंत्रियों की बर्खास्तगी के मुद्दे को उचित ठहराते हुए कहा, “अमर सिंह का कोई भी करीबी मेरे मंत्रिमंडल में नहीं होगा।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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