नई दिल्ली, 16 अप्रैल | राष्ट्रीय राजधानी में सम-विषम परिवहन योजना के दूसरे दिन शनिवार को पहले पांच घंटों के दौरान कुल 437 उल्लंघनकर्ताओं का चालान किया गया। पुलिस ने कहा कि संख्या में शाम तक इजाफा हो सकता है। योजना का यह दूसरा चरण है। राजधानी की सड़कों से शनिवार को हजारों की संख्या में विषम नंबर की गाड़ियां नदारद रहीं, क्योंकि योजना के तहत आज सम संख्या वाली गाड़ियों के परिचालन का दिन है।
उल्लंघनकर्ता 395 लोगों ने नकद में चालान भरा, जबकि 42 लोगों ने कोर्ट में चालान का भुगतान किया।
पुलिस ने कहा कि सर्वाधिक 136 चालान दक्षिणी दिल्ली में किए गए, जबकि पश्चिमी दिल्ली में 89, मध्य दिल्ली में 64, पूर्वी दिल्ली में 54, बाहरी दिल्ली में 54 तथा उत्तरी दिल्ली में 35 चालान कटे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “सम-विषम योजना का उल्लंघन करने के लिए अपराह्न एक बजे तक कुल 437 लोगों का चालान हो चुका था।”
योजना के पहले दिन 1,300 से अधिक उल्लंघनकर्ताओं का चालान काटा गया। 884 उल्लंघनकर्ताओं का यातायात पुलिस ने जबकि 427 उल्लंघनकर्ताओं का दिल्ली यातायात विभाग ने चालान काटा।
कई कार्यालयों में शनिवार को बंदी रहने के बावजूद इतनी संख्या में लोगों के चालान कटे। एक चालक ने कहा कि अन्य शनिवारों की अपेक्षा यातायात कम है।
पवित्र नामक एक व्यक्ति ने कहा, “मैं सम-विषम परिवहन योजना से बेहद खुश हूं। सुबह में मात्र 30 मिनट में मैं आईएनए से कनाट प्लेस पहुंच गया। जबकि अन्य दिनों में डेढ़ घंटे का समय लगता है।”
दिल्ली में 31 मार्च, 2015 तक कुल 26 लाख कारें पंजीकृत हैं।
सम-विषम नंबर वाली गाड़ियों की परिचालन योजना 30 अप्रैल तक सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक लागू रहेगी। रविवार को यह योजना लागू नहीं होगी।
इस योजना में सीएनजी से चलने वाले वाहनों, दो पहिया वाहनों, महिला चालकों व कई वीआईपी को छूट दी गई है।
इस दौरान, लगभग चार हजार नागरिक रक्षा स्वयंसेवक पर्यावरण बचाने के अनुरोध को लेकर तख्ती लेकर शहर के मुख्य चौराहों पर खड़े दिखे।
योजना को लागू करने के लिए यातायात पुलिस के लगभग दो हजार पुलिसकर्मियों तथा 400 पूर्व सैनिकों को तैनात किया गया है, जिनका मकसद शहर में प्रदूषण पर नियंत्रण करना है।
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