नई दिल्ली, 21 सितम्बर | केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार चिकित्सकों की कमी से निपटने का प्रयास कर रही है। इसके लिए मेडिकल कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को प्रशिक्षित करने की क्षमता में वृद्धि की जा रही है। नड्डा ने यहां लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज के शताब्दी दीक्षांत समारोह में कहा, “भारत में चिकित्सकों की अत्यंत कमी है। सरकार वर्तमान मेडिकल कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को प्रशिक्षित करने की क्षमता में वृद्धि कर और नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना कर इससे निपटने का प्रयास कर रही है।”
नड्डा ने कहा कि सरकार की कॉलेज के पुनर्विकास और आधुनिकीकरण को लेकर बड़ी योजना है, ताकि इसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों के समतुल्य बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों और गैर-शिक्षण विशेषज्ञों की सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि के पीछे भी मुख्य उद्देश्य यही है कि उन पेशेवरों को डिस्पेंसरियों और विशेषज्ञ पालीक्लिनिक्स में नियुक्त किया जा सके, ताकि उनके अनुभवों व विशेषज्ञताओं का लाभ आम आदमी को मिल सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “चिकित्सा शिक्षा स्वास्थ्य पिरामिड का शीर्ष बिंदू है। स्नातक होने वाले चिकित्सक और विशेषज्ञ ही आने वाले समय में देश में चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता का निर्धारण करेंगे। चिकित्सा शिक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करना इस सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।” –आईएएनएस
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