नई दिल्ली, 30 जुलाई| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अध्यक्ष अरूंधति भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा कि पांच सहायक बैंकों व भारतीय महिला बैंक का एसबीआई में विलय अगले साल मार्च तक हो जाना चाहिए। एसबीआई के वेल्थ मैनेजमेंट प्रोडक्ट एसबीआई एक्सक्लूसिफ को लॉन्च करने के कार्यक्रम से इतर उन्होंने कहा, “लोगों को समझना होगा कि बदलाव अपरिहार्य है। कई मौकों पर हड़ताल हो चुकी है, लेकिन हमें उन्हें समझाना है और उन्हें सही रास्ते पर लाना है।”
सहायक बैंकों का एसबीआई में प्रस्तावित विलय तथा आईडीबीआई के निजीकरण के सरकार के फैसले के विरोध में शुक्रवार को निजी तथा सरकारी बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पूरे देश में बैंकिंग कार्य प्रभावित हुआ।
बैंकों के विलय को लेकर एक सवाल के जवाब में भट्टाचार्य ने कहा, “बैंकों का विलय वर्तमान वित्त वर्ष के अंत के आसपास हो जाना चाहिए।”
कर्मचारी संगठनों ने स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर तथा स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के एसबीआई में विलय का विरोध किया है।
एसबीआई एक्सलूसिफ के बारे में भट्टाचार्य ने कहा कि इस वेल्थ मैनेजमेंट प्रोडक्ट का लक्ष्य देश में तेजी से विकास कर रहे और आर्थिक रूप से सक्षम वर्ग है और प्रारंभ में इसे मुफ्त में दिया जा रहा है।
–आईएएनएस
Follow @JansamacharNews