नई दिल्ली, 6 फरवरी| दुनिया भर के एक-तिहाई से अधिक संगठनों को साल 2016 में साइबर हमलों का सामना करना पड़ा, और इसके कारण उनके राजस्व में 20 फीसदी से अधिक का नुकसान हुआ। नेटवर्किंग क्षेत्र की प्रमुख वैश्विक दिग्गज कंपनी, सिस्को की ‘सालाना साइबर सुरक्षा रपट 2017’ में कहा गया है कि 50 फीसदी से ज्यादा संगठनों को सुरक्षा भंग होने के कारण सार्वजनिक जांच का सामना करना पड़ा।
रपट में कहा गया है इनसे सर्वाधिक प्रभावित संचालन और वित्त प्रणालियां प्रभावित हुईं, उसके बाद ब्रांड प्रतिष्ठा और ग्राहकों को बनाए रखने की क्षमता पर असर पड़ा। जिन संस्थाओं की सुरक्षा प्रभावित हुई, उसमें से 29 फीसदी को राजस्व नुकसान हुआ तथा 23 फीसदी ने व्यापारिक अवसर गंवा दिए।
सिस्को के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जॉन एन. स्टेवार्ट का कहना है, “2017 में साइबर ही व्यापार है और व्यापार साइबर है। इसके लिए एक अलग तरीके के बोलचाल और बहुत ही अलग नतीजे की जरूरत है। इसके लिए अनवरत सुधार की जरूरत है, जिसे क्षमता, लागत और खतरों के बेहतर प्रबंधन से मापा जाना चाहिए।”
यह रपट 13 से ज्यादा देशों में 3,000 मुख्य सुरक्षा अधिकारियों (सीएसओ) के सर्वेक्षण पर आधारित है।
2016 में कॉरपोरेट ज्यादा साइबर हमलों के शिकार हुए, क्योंकि डिजिटाइजेशन से साइबर अधिकारियों के लिए अधिक मौके उपलब्ध हुए।
जिन संगठनों की जांच की गई, उनमें से 75 फीसदी पुराने किस्म के एडवेयर सॉफ्टवेयर से संक्रमित हुए थे। यह सॉफ्वेयर उपभोक्ताओं की अनुमति के बगैर ही विज्ञापन डाउनलोड कर देता है। –आईएएनएस
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