जगदलपुर, 9 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस के लिए उपलब्धियों से भरा रहा साल 2015। इस वर्ष नक्सलियों द्वारा लगातार आत्मसमर्पण किये जाने तथा आपरेशनों के दौरान नक्सलियों को गिरफ्तार किये जाने से पुलिस का उत्साह और मनोबल काफी बढ़ा है। साल भर मेें मुठभेड़ों में कई शीर्ष नक्सली नेताओं सहित 43 लोगों को भी मार गिराया गया। कुल 615 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, वहीं संभाग के सातों जिलों में कुल 318 नक्सलियों ने नक्सल पंथ त्याग कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने होने के लिए आत्मसमर्पण किया।
पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015 में 1 जनवरी से लेकर 30 दिसम्बर तक कुल 162 मुठभेड़ हुई है जिसमें बस्तर जिले में 8, दंतेवाड़ा में 15 , कांकेर जिले में 55, नारायणपुर जिले में 13 , सुकमा जिले में 37 मुठभेड़ें हुई है। जिनमें 43 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया है। इसके अलावा पुलिस ने पूरे संभाग में अलग-अलग स्थानों पर दर्जन भर से अधिक नक्सली कैम्पों को ध्वस्त किया है। सर्चिंग अभियान में भी पुलिस ने काफी सफलता हासिल अर्जित की है। पुलिस ने 262 आईईडी बरामद की है, वहीं विभिन्न नक्सली कैम्पों में दबिश देकर 289 डेटोनेटर, 118 अन्य हथियार 700 जिंदा कारतूस, 09 यूबीजीएल सेल, 20 बोरी अमोनियम नाइट्रेट (प्रति बोरी 50 किलो) जब्त किया है। इस वर्ष की सबसे बड़ी उपलब्धि अक्टूबर, नवम्बर माह में मिली जब नक्सलियों को सप्लाई किए जा रहे बारूद के जखीरे को पुलिस ने बरामद किया। इधर कई बड़े नक्सली लीडरों को भी मुठभेड़ों में मार गिराया है।
इस पूरे अभियान को नेतृत्व कर रहे आईजी एसआरपी कल्लूरी एवं सातों जिले के एसपी भी वर्ष के अंत में मिल रही सफलताओं से इस कदर उत्साहित हुए की उन्होंने आत्मसमर्पण को महोत्सव में बदल कर रख दिया। कल्लूरी ने कहा कि जनता के सहयोग के बिना नक्सली समस्या का समाधान संभव नहीं है। वर्तमान में जनता का पुलिस को भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिससे पुलिस नक्सलवाद के सफाए की ओर अग्रसर हो रही है। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से यह जंग हम जरूर जीतकर ही रहेंगे।
Follow @JansamacharNews