मैड्रिड, 26 जून | बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनिल कपूर का कहना है कि फिल्मकार जितना अधिक हकीकत से जुड़ी कहानियों को चुनेंगे, दुनिया तक उनकी पहुंच उतनी ही ज्यादा होगी। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म अकादमी (आईफा) में राकेश ओमप्रकाश मेहरा और अमेरिका में बसी भारतीय अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो के साथ बातचीत में अनिल कपूर ने इस बात पर रोशनी डाली कि फिल्में समाज के लिए कैसे योगदान दे सकती हैं।
अनिल ने कहा, “इन्हें जितना हो सके, वास्तविक रूप में पेश करें। यह जितनी ज्यादा वास्तविक होंगी, उतना ही बेहतर है।”
अभिनेता ने कहा, “मैं जानता हूं कि नाच-गाना हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है, लेकिन हमारे पास अच्छी कहानियां भी हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि पूरी दुनिया में हर जगह इनकी सराहना होगी। फिल्मों के लिए ये सभी चीजें बेहद जरूरी हैं और दुनिया में इन सभी फिल्मों के बारे में जागरूकता भी बेहद जरूरी है।”
अभिनेता ने कहा, “भारत में हमारे पास कहानियों का भंडार है और मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कहीं भी इतनी कहानियां हैं।”
उन्होंने कहा, “कई बार कलाकार अच्छी कहानी के लिए अपना मानदेय छोड़ने पर भी राजी हो जाते हैं। जब मेहरा ने अनिल से पूछा कि मानदेय छोड़ना बलिदान है या योगदान, तो उन्होंने कहा, “जब मैं कोई कहानी सुनता हूं, तो मैं पैसे के बारे में नहीं सोचता।” —आईएएनएस
Follow @JansamacharNews