नई दिल्ली, 26 जून | दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी (आप) के 51 विधायकों को रविवार को उस वक्त हिरासत में ले लिया गया, जब वे विरोध प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री आवास की तरफ बढ़ रहे थे। लगभग चार घंटे बाद सभी को रिहा कर दिया गया। सभी विधायकों को मोदी निवास से लगभग एक किलोमीटर दूर हिरासत में लेकर संसद मार्ग स्थित पुलिस थाने ले जाया गया।
सिसोदिया ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि वह आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों पर फर्जी आरोपों में गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं चलकर मोदी के आवास जाना चाहते हैं और सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देना चाहते हैं।
सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, “हम सभी जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष समर्पण कर देंगे। भाजपा आप सरकार को काम करने से रोकने की कोशिश कर रही है।”
उन्होंने कहा, “ये हमें एक-एक कर गिफ्तार करने और प्रताड़ित करने की राजनीति कर रहे हैं। हमें एक ही साथ क्यों नहीं गिरफ्तार कर लेते?”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कुछ अन्य आप विधायक इस विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं थे। दिल्ली विधानसभा में आप के 67 विधायक हैं।
आप ने यह कदम संगम विहार से विधायक दिनेश मोहनिया की यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तारी के बाद उठाया है।
आप के एक विधायक ने कहा कि संसद मार्ग स्थित पुलिस थाने में आप विधायकों ने परिसर की सफाई शुरू कर दी।
इसके बाद पुलिस ने अपराह्न् तीन बजे से पहले ही सभी को रिहा कर दिया।
दिल्ली पुलिस उपायुक्त जतिन नरवाल ने आईएएनएस से कहा, “सिसोदिया सहित सभी विधायकों को रिहा कर दिया गया है।”
सिसोदिया ने बाद में मोदी पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली सरकार के विधेयकों को रद्द कर रहे हैं। इन विधेयकों निजी स्कूलों में शुल्क को नियमित करने, श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने और स्कूलों में हिरासत रोधी नीति समाप्त करने से संबंधित विधेयक शामिल हैं।
शनिवार को गाजीपुर सब्जी बाजार संघ के अध्यक्ष ने सिसोदिया के खिलाफ शनिवार को एक शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने बाजार के दौरे के दौरान कारोबारियों को डराया-धमकाया था।
आप विधायक प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास 7, रेस कोर्स की ओर मार्च कर रहे थे, तभी इन्हें हिरासत में ले लिया गया।
दिल्ली के ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल राय ने कहा, “भाजपा सरकार आप सरकार के अच्छे कार्यो में बाधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है। भाजपा विधायकों पर आरोपों के बावजूद उनके खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की जा रही है? सिर्फ आप विधायकों को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है?”
ज्ञात हो कि आप विधायक मोहनिया को शनिवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद एक अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
मोहनिया के खिलाफ एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वह दक्षिण दिल्ली के संगम विहार में उनके कार्यालय पानी संबंधित कुछ समस्याओं को लेकर गई थी तो उन्होंने उसके साथ बदसलूकी की थी। —आईएएनएस
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