नई दिल्ली, 30 अगस्त | भारत और अमेरिका के बीच सामारिक और वाणिज्यिक वार्ता के आर्थिक पहलू पर मंगलवार को वार्ता शुरू हुई। वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘अमेरिकी उद्योगों’ को भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल से जुड़ने का आग्रह किया। सीतारमण ने पहले वार्ता की सह अध्यक्ष और अपनी अमेरिकी समकक्ष पेन्नी प्रित्जकर से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने टाटा सन्स के अध्यक्ष साइरस मिस्त्री और हनीवेल के अध्यक्ष डेवे कोटे की सह मेजबानी में आयोजित भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की बैठक की अध्यक्षता की।
फोरम ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के अवसर पर चर्चा की, जिसमें सीईओ अपनी संयुक्त संस्तुतियां अमेरिका और भारत सरकार को प्रेषित करेंगे।
सीतारमण ने कहा, “व्यापक सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता हमारे दोनों देशों के बीच व्यापार और वाणिज्य को अगले स्तर पर ले जाने के लिए एक मंच मुहैया कराती है।”
उन्होंने आगे कहा कि नवोन्मेष की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के निर्माण हेतु दोनों पक्ष मिलकर काम करेंगे।
प्रित्जकर ने कहा, “हमें भारत और अमेरिकी कंपनियों के बीच परस्पर खरीद, परस्पर निवेश और एक-दूसरे के साथ मिलकर निर्माण करने हेतु मार्ग सुलभ करना चाहिए। हमारे व्यापार और अर्थव्यवस्थाओं के विकास की बाधाओं पर ध्यान देने का अब समय आ गयाा है।”
पिछली बार किए गए निर्णयों की प्रगति की समीक्षा और सहयोग के लिए नए क्षेत्रों को चिन्हित करने हेतु बड़ी और दूसरी सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता का नेतृत्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज और अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी कर रहे हैं।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों के महत्व को प्रतिबिंबित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोनों देशों की तत्कालीन वचनबद्धता को एक सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता में क्रमोन्नत करने का फैसला किया था।
भारत में पहली बार दोनों देशों की सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता हो रही है।
प्रित्जकर अपने दौरे के दौरान भारतीय उद्योगपतियों से भी मुलाकात करेंगी और यात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में भारत-अमेरिकी सहयोग पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगी। इस साल जून में ओबामा और मोदी ने घोषणा की थी कि साल 2017 में दोनों देश यात्रा एवं पर्यटन के क्षेत्र में साझीदार होंगे।
–आईएएनएस
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