नई दिल्ली, 4 अक्टूबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि बढ़ता चरमपंथ और सीमा पार से आतंकवाद भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गए हैं। प्रधानमंत्री ने अपने सिंगापुर के समकक्ष ली सिएन लूंग के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह टिप्पणी की। दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ है।
मोदी ने कहा, “आतंकवाद की बढ़ती लहर, खासकर सीमा पार आतंकवाद और चरमपंथ का बढ़ना हमारी सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौतियां हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत-सिंगापुर का रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग हमारे रणनीतिक साझीदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
सिंगापुर को भारत के सबसे बड़े शुभचिंतकों में से एक करार देते हुए मोदी ने कहा कि ली द्विपक्षीय संबंधों के सबसे मजबूत समर्थक रहे हैं। ली पांच दिवसीय भारत दौरे पर हैं।
मोदी ने कहा कि सिंगापुर पहले से ही आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती के विकास में हमारा साझीदार है। राजस्थान भी सिंगापुर के साथ शहरी विकास और कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में साझीदारी कर रहा है।
मोदी ने उदयपुर में पर्यटन प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना का भी स्वागत किया।
भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा ‘ली और हम सिंगापुर में रुपये का कॉरपोरेट बांड जारी होने का स्वागत करते हैं।’
सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। इसमें व्यापार एवं उद्योग मंत्री एस. ईश्वरन, प्रभारी शिक्षा मंत्री (उच्च शिक्षा एवं कौशल) एवं वरिष्ठ रक्षा राज्य मंत्री वंग ये कुंग, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ राज्यमंत्री मुहम्मद मालिकी बिन उस्मान और दो सांसद डेनिस फुला और विक्रम नायर भी हैं। –आईएएनएस
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