सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाने और मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी देने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली, 20 जुलाई। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना पर स्वयं संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “अब समय आ गया है कि सरकार वास्तव में कदम उठाए और कार्रवाई करे। यह संवैधानिक लोकतंत्र में बिल्कुल अस्वीकार्य है। यह बेहद परेशान करने वाला है।”
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाने और मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी देने का निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य को उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराने का आदेश दिया है और मामले को अगले शुक्रवार को आगे की सुनवाई के लिए कहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हम सरकार को कार्रवाई करने के लिए थोड़ा समय देंगे, अन्यथा अगर जमीन पर कुछ नहीं हो रहा है तो कार्रवाई करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से यह बताने को कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने के लिए उन्होंने क्या कार्रवाई की है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने इस घटना को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है।
मणिपुर की पहाड़ियों में तनाव तब बढ़ गया जब 4 मई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें एक समुदाय के पुरुष विरोधी पक्ष की दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाते देखा गया।