चंडीगढ़, 22 जनवरी। हरियाणा पर्यटन का लोकप्रिय समारोह, 30वां सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेला पहली से 15 फरवरी तक फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में आयोजित किया जाएगा। यह मेला भारत के हस्तशिल्पों, हथकरघों तथा सांस्कृतिक धरोहर की समृद्धि तथा विविधता को दर्शाता है। इस उत्सव ने पाक्षिक मेले के दौरान 10 लाख से अधिक घरेलू और विदेशी आगंतुकों को आकर्षित करके बड़ी ही प्रतिष्ठा और ख्याति अर्जित कर ली है।
पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आगंतुकों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए एजेन्सियों को लगाकर नये कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) रिसर्च फाउंडेशन, नई दिल्ली द्वारा सूरजकुण्ड मेला ग्राउंड में चार महिला शौचालय खंडों में सैनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें लगाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इन मशीनों का संचालन सीएसआरआरएफ की महिला वालंटियर द्वारा किया जाएगा तथा इनका रख-रखाव, वितरण और आपूर्ति सीएसआर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा की जाएगी। खास तौर पर, आगंतुकों के लिए इनका वितरण निःशुल्क होगा और कम्पनियों के ब्रांड प्रमोशन की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि मेला परिवेश को साफ-सुथरा रखने के लिए सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में ‘स्वच्छ भारत-स्वच्छ हरियाणा’ अभियान को भी पूर्णतः ध्यान में रखा जाएगा। मेले में जनसुविधाएं स्थल पर ही होंगी। इस बार पांच मोबाइल टायलेट वैन स्थापित की गई हैं और ई-टायलेट समेत एक दर्जन से भी अधिक शौचालय हैं। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरा समय सफाई कर्मचारी मेला परिसर में मौजूद रहेंगे।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि आगंतुकों की सुविधा के लिए मेला परिसर में दो वाटर एटीएम स्थापित किये गए हैं जिनसे मिनरल वाटर मिलेगा। उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले प्रत्येक आगंतुक के इन पलों को यादगार बनाने के उद्देश्य से सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं।
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