नई दिल्ली, 25 अक्टूबर| रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को कहा कि ‘सेना वेलफेयर बैटल कैजुअल्टी’ एक स्वैच्छिक दान कोष है और इसके लिए किसी की गर्दन नहीं पकड़ी जानी चाहिए। हिन्दी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को लेकर हो रहा हो हल्ला और कोष में फिल्म के निर्माता करण जौहर को पांच करोड़ रुयये देने के लिए कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा, ” ‘सेना बैटल कैजुअल्टी कोष’ एक स्वैच्छिक दान कोष है। यह इसलिए बनाया गया है कि भारत में अनेक लोग हमलोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वे जवानों, शहीदों के परिजनों को दान देना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह योजना शहीदों के परिजनों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई है। यह कोष उन्होंने बनाया है।
पर्रिकर ने कहा कि यह मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष या बाढ़ राहत कोष जैसा है।
रक्षामंत्री ने कहा, “यह एक स्वैच्छिक दान कोष है, इसलिए हमें किसी से कोई लेना-देना नहीं है, जो इस कोष में कुछ दान देने की मांग करते हैं।”
मंत्री ने कहा, “मूल रूप से स्वैच्छिक दान की अवधारणा है, न कि किसी को मजबूर करने की।”
फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को काम देने के लिए मनसे करण जौहर का विरोध कर रही थी, लेकिन निर्माता ने जब सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने की शर्त मान ली तो फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दे गई। –आईएएनएस
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