मुंबई, 30 सितम्बर | अभिनेत्री सोहा अली खान का कहना है कि उनका राजनीति में शामिल होने का कोई इरादा नहीं हैं, ‘क्योंकि राजनेताओं को बहुत त्याग करना पड़ता है।’ सोहा ने कहा, “बतौर नागरिक, मैं अपने देश के भविष्य के बारे में सोचती हूं। मैंने हर स्थिति को देखा है। मुझे नहीं लगता कि मैं राजनीति में शामिल होना चाहती हूं। आपको राजनीति में बहुत त्याग करना पड़ता है और एक कलाकार का जीवन इसके विपरीत होता है।”
सोहा ने कहा कि राजनेता के रूप में जनता का सेवक बनना पड़ता है, कई लोगों के प्रति जवाबदेह होना पड़ता है और निजता भी कायम नहीं रह पाती है, जिसके लिए फिलहाल वह तैयार नहीं हैं।
फिल्मों के बारे में बात करते हुए सोहा ने कहा कि हर फिल्म ‘रंग दे बसंती’ नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा, “मैंने बहुत सारी दमदार फिल्में की है, लेकिन मुझे लगता है कि हर फिल्म ‘रंग दे बसंती’ नहीं होगी। मेरी सभी फिल्में संदेश देने वाली नहीं हो सकतीं। ‘रंग दे बसंती’ मेरे करियर में अहम मोड़ साबित हुई।”
‘ख्रोया-खोया चांद’ को एक अभिनेत्री के रूप में उन्होंने अपनी अनमोल फिल्म बताया।
सोहा का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म ’31 अक्टूबर’ उनके लिए पहले से ही मील का पत्थर है।
यह फिल्म इंदिरा गांधी की हत्या और उसके बाद घटी घटनाओं पर आधारित है। इसमें वीर दास भी हैं। फिल्म सात अक्टूबर को रिलीज होगी। –आईएएनएस
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