जयपुर,11 अक्टूबर (जस)। राजस्थान के उद्योग मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा है कि राजस्थान में बड़ी संख्या में कुशल और युवा मानवश्रम है, वहीं रूस के पास तकनीक और मार्केटिंग की क्षमताएं हैं। ऎसे में राजस्थान और रूस के बीच साझेदारी के प्रयास विकास के नए अवसर खोलेंगे। खींवसर मंगलवार को एसएमएस कन्वेंशन सेंटर में रूस-राजस्थान बिजनेस फोरम की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के कुशल नेतृत्व में राजस्थान निवेश के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। उन्होंने जानकारी दी कि ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ की दिशा में राज्य में किए गए प्रयासों से राज्य निवेशकर्ताओं की पहली पसंद बना है। उन्होंने बताया कि राज्य में राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना लागू की गई है, जिसके अंतर्गत उद्योग स्थापित करने पर एंट्री टैक्स नहीं लिया जाता और कई अन्य रियायतें प्रदान की जाती हैं। साथ ही राज्य में विभिन्न क्षेत्रों की नई नीतियां लागू की गई हैं और श्रम कानूनों में सुधार किया गया है।
खींवसर ने कहा कि अब समय आ गया है, जब राजस्थान और रूस अपनी साझेदारी से विकास की नई राह पर चलें। उद्योग मंत्री ने कहा कि राजस्थान में कुशल मानवश्रम है, यहां लैंड बैंक उपलब्ध है, दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा यहां से गुजरने वाला है, यहां आईटी, टूरिज्म और हैल्थ सिटीज हैं, ऎसे में राजस्थान में निवेश की असीम संभावनाएं मौजूद हैं।
गजेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच रक्षा, रेलवे, तेल और भारी संयंत्रों के क्षेत्र में साझेदारी हो रही है, ऎसे में रूस और राजस्थान के बीच साझेदारी के भी अच्छे अवसर खुले हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में पिछले दिनों की गई रूस यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि रूस में ‘इनोप्रोम-2016’ का भारत प्रमुख साझेदार देश था और यात्रा के दौरान राजस्थान और रूस के बीच साझेदारी के अभिनव प्रयास शुरू हुए थे। अब रूसी दल की इस यात्रा से ये अवसर और आगे बढ़े हैं। उन्होंने रूसी दल को आगामी नवम्बर में आयोजित होने वाले ‘ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम)’ में आने का निमंत्रण भी दिया।
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