हैदराबाद, 13 फरवरी | बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में जीत हासिल करने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि स्पिन और तेज गेंदबाजों के बीच साझेदारी ने मेजबानों को मैच में जीत दिलाई। भारत ने राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए मैच में सोमवार को बांग्लादेश को 208 रनों से शिकस्त देते हुए लगातार छठी श्रृंखला अपने नाम की।
मैच के बाद कोहली ने कहा, “जब आपके पास दो विश्व स्तर के स्पिन गेंदबाज हों तो आप अपने तेज गेंदबाजों को आक्रमण करने को कह सकते हैं। यह ऐसी बात है जो हमारे लिए फायदेमंद रही। स्पिन और तेज गेंदबाजों के बीच की इस साझेदारी से हमें फायदा हुआ। दोनों ने एक-दूसरे का साथ दिया। यह मैच एक बार फिर उमेश (यादव) की असली प्रतिभा को सामने लाने वाला साबित हुआ। भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने पुरानी गेंद से शानदार गेंदबाजी की। इशांत हमेशा से ही पुरानी गेंद से अच्छी गेंदबाजी करते रहे हैं।”
भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने मैच से पहले कहा था कि यह विकेट मैच के चौथे या पांचवें दिन टूटेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कोहली ने कहा कि उनके गेंदबाजों की योग्यता ने उन्हें विकेट दिलाए और पिछले कुछ वर्षों से यही भारत की सफलता का कारण रहा है।
भारतीय कप्तान ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो इस विकेट पर ज्यादा कुछ था नहीं। गेंदबाजों को बल्लेबाजों को आउट करने का तरीका ढूंढ़ना था और यही हमारी टीम की पिछले कुछ महीनों से सफलता का कारण है। हम जीतने के तरीके ढ़ूंढ़ते हैं और यहां भी हमने ऐसा किया।”
कोहली ने कहा, “दूसरी पारी में इशांत का स्पेल शानदार था। पुरानी और हल्की गेंद से गेंदबाजी करना, गेंद को रिवर्स कराना तथा अच्छी तेजी से गेंदबाजी करना शानदार था।”
कोहली ने माना कि वह सोचते थे कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला उनके लिए असली परीक्षा साबित होगी, लेकिन अंग्रेजों का 4-0 से सफाया करने के बाद आने वाली आस्ट्रेलिया श्रृंखला में उनकी टीम से उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
कोहली ने कहा, “मेरा मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला हमारे लिए कड़ी चुनौती थी, लेकिन उस श्रृंखला को 4-0 से जीतने के बाद हमसे लोगों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। हम जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं, उसे खेलना जारी रखेंगे और आने वाली श्रृंखला में जीत हासिल करने की कोशिश करेंगे।”
कोहली ने 2016 से जिस तरह से बल्लेबाजी की है, उसने उन्हें मौजूदा समय का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज की श्रेणी में खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह बेहद अच्छा है। पिछला साल मेरे लिए जिस तरह रहा, उसकी उम्मीद मैंने नहीं की थी। मैंने सिर्फ हर मैच को नया मैच मानकर खेलने के बारे में सोचा था। मेरी कोशिश सकारात्मक रहने, अपनी योग्ताओं मे विश्वास करने और अपने खेल के साथ रहने की थी। इन सभी में संतुलन बनाना काफी मुश्किल था और मैं यह करने में सफल रहा।” –आईएएनएस
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