स्मार्ट सिटी योजना का क्रियान्वयन शुरू

जयपुर, 29 जनवरी। स्मार्ट सिटी के 20 शहरों की घोषणा के बाद केन्द्र सरकार, स्मार्ट सिटी योजना के क्रियान्वयन में जुट गई है। शुक्रवार को केन्द्र सरकार के कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा ने देश के 97 शहरों के म्यूनिसिपल आयुक्तों से विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से योजना पर मंथन किया।

उन्होंने सर्वप्रथम भुवनेश्वर, पुणे एवं जयपुर के म्यूनिसिपल आयुक्तों से स्मार्ट सिटी बनाये जाने के प्रस्तावों पर चर्चा की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि स्मार्ट सिटी के लिये चयनित शहरो में प्रथम तीन शहरों के प्रस्ताव सर्वश्रेष्ठ हैं। अन्य शहरो को भी इन शहरों के प्रस्तावों से मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा।

कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया “स्पेशल परपज व्हीकल” द्वारा स्मार्ट सिटी प्रस्तावों का क्रियान्वयन किया जायेगा एवं इसके लिये गाईड लाईन निर्धारित कर दी गयी है एवं चयनित शहरों को “स्पेशल परपज व्हीकल” का निर्धारित गाईड लाईन के तहत शीघ्र गठन करना चाहिये।

इस पर प्रमुख शासन सचिव डॉ. मनजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा “स्पेशल परपज व्हीकल” के गठन के लिये पूर्व में ही आदेश जारी कर दिये गये हैं एवं “परियोजना क्रियान्वयन इकाई” (प्रोजेक्ट इम्पलीमेन्टेशन यूनिट) का भी गठन किया जा चुका है एवं शीघ्र ही इसका पंजीयन करवाया जा रहा है।

डॉ. मनजीत सिंह ने कहा की स्पेशल परपज व्हीकल का गठन देश में सर्वप्रथम राजस्थान में करके स्मार्ट सिटी प्रस्तावों के क्रियान्वयन के लिये पहला कदम उठाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि देश में राजस्थान पहला प्रदेश है जहां स्मार्ट सिटी प्रतियोगिता में 50 प्रतिशत सफलता मिली है। राजस्थान के 4 स्मार्ट सिटी प्रस्तावों में से 2 शहरों को प्रथम 20 में स्थान मिला है।

वही मध्य प्रदेश के 7 शहरों में से 3 शहर चुने गये हैं। गुजरात के 6 शहरों में 2 का चयन एवं कर्नाटक में 6 में से 2 शहरों का तथा आन्ध्रप्रदेश के 6 में से 2 शहरों का चयन हुआ है। देश के 23 प्रदेशों में किसी भी शहर का चुनाव स्मार्ट सिटी के लिये नहीं किया गया है।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी की चयनित पहली सूची में शेष रहे प्रदेश के दो शहर कोटा व अजमेर के द्वितीय चरण में चयन के लिये 20 जून, 2016 तक केन्द्र सरकार को पुन: प्रस्ताव भिजवाये जायेंगे। इसके लिये पुन: स्मार्ट सिटी सलाहकार नियुक्त किये जायेंगे। इसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा प्रारम्भ कर दी गई है।

नगर निगम, जयपुर के आयुक्त आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने जयपुर शहर को स्मार्ट सिटी बनाये जाने के लिये रखे गये प्रस्तावो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया की जयपुर शहर के स्मार्ट सिटी प्रस्तावों में “इन्ट्रा मॉडल मोबीलिटी” के तहत मेट्रो बस ट्रेक्सी, ऑटो में सफर के लिये कार्ड जारी किया जायेगा, जिसके आधार पर कोई भी पर्यटक उपरोक्त साधनों से शहर में घूम सकेगा। यह एक यूनिक मॉडल है। ठोस कचरा प्रबंधन में पूर्ण साधनों का यांत्रिकीकरण किया जायेगा।

उन्होंने कहा की जयपुर एक हैरिटेज पर्यटन सिटी है। इसके लिये चार दिवारी में आई.टी. का प्रयोग करते हुये वाई-फाई जोन बनाये जायेगा तथा स्मार्ट पार्किंग, मॉडल टाईलेट, स्मार्ट बस शेल्टर, टूरिस्ट इन्टरप्रिटेशन सेन्टर, सूचना कियोस्क आदि लगाये जायेंगे। साथ ही चार दिवारी का पर्यावरण दूषित न हो इसके लिये किराये पर साईकिले उपलब्ध होगी। मार्डन हैरिटेज वॉक वे, सर्विलांस कैमरे लगाये जायेंगे तथा नागरिक सेवाओं के लिये ‘एप’ भी तैयार किये जायेंगे। सभी विभागों के समन्वय के लिये कन्ट्रोल रूम भी बनाये जायेंगे।

विडियो कान्फ्रेसिंग में प्रमुख शासन सचिव, स्वायत्त शासन विभाग डॉ. मनजीत सिंह, जिला कलेक्टर, कृष्ण कुणाल तथा नगर निगम आयुक्त आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने भाग लिया।