नई दिल्ली, 01 मार्च। मंगलवार को लोकसभा में हंगामे के कारण कई बार कार्यवाही स्थगित की गई। लोकसभा में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सदस्यों ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। उनके हाथों में समाचारपत्र में छपी रिपोर्ट थी। वे ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगा रहे थे। इस वजह से सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही 11.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
हालांकि, कांग्रेस के सदस्य सदन में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ विशेषाधिकारहनन प्रस्ताव को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसके पहले प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित की गई।
सदन की कार्यवाही जब दोपहर 12 बजे फिर शुरू हुई तो एआईएडीएमके सदस्य दोबारा अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गए और चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ नारे लगाने लगे। वे हाल के आयकर (आईटी) एवं प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) की छापेमारी को लेकर उनके खिलाफ नारे लगा रहे थे। छापेमारी में कथित रूप से खुलासा हुआ है कि निवेश के जरिये कार्ति ने दुनिया में एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर रखा है।
इस बीच कांग्रेस के सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से ईरानी के खिलाफ अपने विशेषाधिकार हनन नोटिस की स्थिति बताने की मांग की। हंगामे के बीच अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, “मुझे कुछ नोटिस मिले हैं लेकिन वे अभी मेरे विचाराधीन हैं।” सुमित्रा महाजन ने भी सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया।
संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने हंगामा कर रहे सदस्यों से मुद्दे को नोटिस देने के बाद उठाने का अनुरोध किया।उन्होंने कहा, “यहां उठाया गया मुद्दा बहुत अहम है। लेकिन, कृपया कर अपनी सीटों पर लौट जाएं। एक नोटिस दीजिए। सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा कराने में कोई दिक्कत नहीं है।”
उन्होंने हंगामे के बीच प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की, लेकिन एआईएडीएमके सदस्य बाज नहीं आए। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
Follow @JansamacharNews