नई दिल्ली, 12 मार्च (जनसमा)। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि साइबर सुरक्षा का खतरा और हैकिंग बड़ी सुरक्षा चिंताओं के रूप में उभर रही हैं क्योंकि साइबर खतरा आतंकवाद का केवल एक नया पहलू है।
राजनाथ ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को साइबर सुरक्षा खतरों का सामना करने के लिए तैयार रहने को प्रोत्साहित किया। उन्होंने शुक्रवार को गाजियाबाद में सीआईएसएफ के 47वें संस्थापना दिवस परेड को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
फोटोः गृह मंत्री राजनाथ सिंह सीआईएसएफ के 47 वें स्थापना दिवस समारोह में परेड का निरीक्षण करते हुए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत विश्व की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और दो वर्षों के भीतर हमारी अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। इस तथ्य का अनुमान विश्व के अग्रणी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने लगाया है। उन्होंने कहा कि हमारे दुश्मन इस बात को पसंद नहीं कर रहे और इसीलिए वे हमारी सामरिक परिसंपत्तियों एवं अहम प्रतिष्ठानों जैसे सॉफ्ट टार्गेट पर हमला करने की साजिश रच रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सीआईएसएफ को हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो, नाभिकीय बिजली संयंत्रों एवं अन्य उच्च मूल्य वाले प्रतिष्ठानों समेत ऐसी ही संवेदनशील परिसंपत्तियों की सुरक्षा का प्रमुख प्रहरी बनने के लिए अपनी मूल क्षमता को बढ़ाना होगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि मुस्कराहट के साथ सुरक्षा के अपने ध्येय के साथ सीआईएसएफ विकास की दिशा में भारत की प्रगति का एक बराबर का साझीदार है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने वाम चरम पंथ प्रभावित क्षेत्रों में तैनाती समेत विभन्न क्षेत्रों में सीआईएसएफ के पेशेवर रवैये की सराहना करते हुए कहा कि सीआईएसएफ निजी क्षेत्र की 126 कंपनियों को सुरक्षा परामर्श सेवाएं भी प्रदान कर रहा है और इसके परिणामस्वरूप उसने सालाना 7 करोड़ रूपये का राजस्व भी अर्जित किया है। राजनाथ सिंह ने महिला प्रतिनिधित्व के मामले में सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में अग्रणी स्थान बनाये रखने के लिए भी सीआईएसएफ की सराहना की।
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