हरियाणा की चीनी मिलों में गन्ने की पिराई के सभी तरह के प्रबंध

चंडीगढ़, 05 जनवरी। हरियाणा में वर्तमान गन्ना पिराई मौसम वर्ष 2015-16 के दौरान प्रदेश की 10 सहकारी चीनी मिलों ने 9.19 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी हासिल की है जबकि गत वर्ष इसी अवधि के दौरान औसत चीनी रिकवरी 8.79 प्रतिशत थी। इसी प्रकार, हैफेड चीनी मिल असंध ने अब तक 10.17 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी हासिल की है जबकि गत वर्ष इस मिल ने इसी अवधि के दौरान 9.47 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी हासिल की थी।

हरियाणा के सहकारिता व कृषि राज्यमंत्री बिक्रम सिंह यादव ने मंगलवार को  यह जानकारी देते हुए बताया कि सहकारी चीनी मिल शाहबाद 10.40 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी के साथ अग्रणी बनी हुई है जबकि गत वर्ष इस मिल ने इसी अवधि के दौरान 9.70 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी हासिल की थी।

इसके उपरान्त सहकारी चीनी मिल करनाल ने अब तक 10.07 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी, सहकारी चीनी मिल पानीपत ने 9.91 प्रतिशत, सहकारी चीनी मिल कैथल ने 9.17 प्रतिशत, सहकारी चीनी मिल पलवल ने 9.00 प्रतिशत औसत चीनी रिकवरी, सहकारी चीनी मिल सोनीपत ने 8.98 प्रतिशत, सहकारी चीनी मिल जींद ने 8.75 प्रतिशत, सहकारी चीनी मिल गोहाना ने 8.67 प्रतिशत, सहकारी चीनी मिल रोहतक ने 8.25 प्रतिशत और सहकारी चीनी मिल महम ने 7.69 प्रतिशत औसत चीनी रिकवरी हासिल की है।

यादव ने गन्ना पिराई की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों ने अब तक 68.90 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 5.90 लाख क्विंटल से अधिक चीनी का उत्पादन किया है।

उन्होंने बताया कि सहकारी चीनी मिल शाहबाद ने अब तक सर्वाधिक 12.89 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.26 लाख क्विंटल से अधिक चीनी का उत्पादन किया है। इसके उपरान्त, सहकारी चीनी रोहतक ने 9.03 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 67,950 क्विंटल चीनी, सहकारी चीनी मिल पानीपत ने 7.00 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 67,875 क्विंटल चीनी और सहकारी चीनी मिल गोहाना ने 6.98 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 55,130 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।

इसी प्रकार, महम सहकारी चीनी मिल ने 6.38 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 44,050 क्विंटल चीनी, सहकारी चीनी मिल करनाल ने 6.16 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 58,270 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल सोनीपत ने 6.33 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 53,350 क्विंटल चीनी और सहकारी चीनी मिल जींद ने 5.13 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 42,980 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।

सहकारी चीनी मिल कैथल ने 4.99 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 41, 325 क्विंटल चीनी और सहकारी चीनी मिल पलवल ने 4.01 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 33,085 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इसके अलावा, हैफेड चीनी मिल असन्ध ने 6.30 लाख क्विंटल से अधिक गन्ने की पिराई करके 58,400 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।

बिक्रम यादव ने बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों ने अब तक बिजली निगमों को कुल 1 करोड़ 49 लाख 35 हजार 8 यूनिट बिजली दी है। इसमें हैफेड चीनी मिल असन्ध ने अब तक 5 लाख 68 हजार 900 यूनिट बिजली का निर्यात किया है।

उन्होंने चालू मौसम के दौरान निगमों को दी गई बिजली की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सहकारी चीनी मिल शाहबाद ने 90 लाख 65हजार 308यूनिट बिजली, सहकारी चीनी मिल रोहतक ने 54 लाख 69 हजार  यूनिट बिजली तथा  सहकारी चीनी मिल गोहाना  ने 4 लाख 700 यूनिट बिजली निगमों को दी है।

सहकारी चीनी मिलों में गन्ने की पिराई के संचालन के लिए सभी तरह के प्रबंध किये गये है ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और सरकार का विशेष बल चीनी मिलों को दिये गये लक्ष्यों को प्राप्त करने पर रहेगा।