चंडीगढ़, 19 जनवरी। हरियाणा के स्वास्थ्य, खेल एवं युवा मामले मंत्री अनिल विज ने कहा कि नशा-मुक्त हरियाणा बनाने के लिए प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया है, इसके तहत हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र, पंजाब के साथ लगते जिले तथा प्रदेश के शेष हिस्सों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
विज ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए उक्त तीनों भागों के लिए अलग-अलग तरह से योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत राज्य के एनसीआर क्षेत्र, पंजाब के साथ लगते जिलों तथा प्रदेश के शेष जिलों के लिए वहां की मौलिक एवं भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाएगा। पंजाब के साथ लगते जिलों के युवाओं को नशे से सुरक्षित रखने के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन व इसके कारोबार को रोका जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अभियान की सफलता हेतु लोगों के लिए शिक्षात्मक माहौल व उपचारात्मक शैली का प्रयोग भी किया जाएगा, जिससे युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके बावजूद भी नशे में संलिप्त पाये जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य, गृह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा आबकारी एवं कराधान विभागों को शामिल किया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समन्वय समिति तथा जिला स्तर पर संबंधित उपायुक्त के नेतृत्व में समितियों का गठन किया जा रहा है, जिनके काम की हर माह समीक्षा की जाएगी।
विज ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में नशा मुक्ति केन्द्र बनाये जाएंगे तथा वर्तमान में चल रहे केन्द्रों को सक्रिय किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, नशे की लत छुड़वाने के लिए नागरिक अस्पतालों की सहायता की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग शीघ्र ही नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित करने के लिए नागरिक अस्पतालों का चयन करेगा।
इसके अलावा, गैर-कानूनी तौर पर शराब बेचने वालों, सुल्फा, गांजा व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ पुलिस तथा आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। खाद्य एवं औषध प्रशासन द्वारा अनुसूचित दवाओं की ऑनलाईन ट्रैकिंग की जाएगी। कोई भी व्यक्ति अपने आसपास किये जा रहे नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों की सूचना एसएमएस से दे सकेगा, जिनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
खेल एवं युवा मामले मंत्री ने कहा कि युवाओं को आगे बढऩे के लिए अनेक विकल्प दिये जाएंगे ताकि उन्हें नशे से दूर रखा जाए। युवाओं के कौशल विकास, सामाजिक कल्याण, खेल एवं योग प्रशिक्षिण कार्यक्रम तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए शीघ्र ही युवा नीति बनाई जाएगी। इसके अलावा, लोगों को नशे से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाएगी, जिसमें शिक्षा विभाग, गैर-सरकारी संगठनों तथा अन्य सामाजिक संगठनों की सहायता भी ली जाएगी।
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