चंडीगढ़, 23 जनवरी। हरियाणा को धान उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2014-15 के प्रतिष्ठित कृषि कर्मण अवॉर्ड के लिए चुना गया है। धान उत्पादन के क्षेत्र में हरियाणा के दो प्रगतिशील किसानों को भी एग्रीकल्चरल मिनिस्टर्स कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि किसानों की मेहनत और राज्य सरकार द्वारा किसानों को उन्नत तकनीक और विस्तार सेवाएं प्रदान करने के समर्पित प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश को यह मुकाम हासिल हो सका है। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जल्द ही सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें हरियाणा को पुरस्कार के रूप में दो करोड़ रुपये नगद, ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हालांकि वर्ष 2014-15 में खरीफ मौसम में 47.9 प्रतिशत कम बारिश हुई तथा रबी मौसम के दौरान समय से पहले और 50.7 प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई थी। इन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र में सिंचाई क्षमता में बढ़ोतरी, बिजली की उपलब्धता, समय पर खाद-बीज का वितरण, भण्डारण क्षमता में बढ़ोतरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जिसके कारण प्रदेश के किसानों ने रिकार्ड 40,06,000 मीट्रिक टन धान का उत्पादन किया और केंद्रीय पूल में भी अहम योगदान दिया।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जाने वाले सम्मान समारोह में ही हरियाणा के दो प्रगतिशील किसानों को उनके धान उत्पादन एवं तकनीक के इस्तेमाल के आधार पर एग्रीकल्चरल मिनिस्टर्स कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इनमें एक पुरूष एवं एक महिला किसान होगी। किसानों को अवार्ड के रूप में प्रशस्ति-पत्र के साथ दो लाख रूपए का नकद ईनाम दिया जाएगा।
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