हरियाणा में जेल अधिकारियों को दी जा रही है ट्रेनिंग

चण्डीगढ़, 26 अप्रैल (जनसमा)। हरियाणा की जेलों में पुनर्वास और सुधार की गतिविधियों की पहचान के मद्देनजर गुडग़ांव में जेल अधिकारियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर गुडग़ांव जेल में ई-लाइब्रेरी की शुरूआत भी की गई। ‘ट्रेनिंग फोर प्रिजन’ प्रोग्राम हरियाणा कारागार और गैर-सरकारी संस्था इंडिया विजन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित करवाया गया।

यह कार्यक्रम जो इस चरण का चौथा कार्यक्रम था, डा किरण बेदी तथा पुलिस महानिदेशक, कारागार, हरियाणा यशपाल सिंघल के नेतृत्व में आयोजित करवाया गया। इस कार्यक्रम में 22 जेल अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें जेल अधीक्षक, जेल उपाधीक्षक, जेल सहायक अधीक्षक शामिल थे।

कार्यक्रम के दौरान डा० बेदी ने सभी जेलों में पुनर्वास और सुधार कार्यक्रमों के मापदण्ड पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कैदी को इन्फ्रास्ट्रक्चर, गतिविधियों और उनके कौशल विकास की जरूरत के अनुसार रणनीति लागू हो ताकि उनका पुनर्वास और सुधार सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने तीन एस माडल योजना सुधार गतिविधि को भी सांझा किया ताकि सजा के दौरान कैदी ठोस रूप से अपना कौशल विकास कर सकें, जो उनकी रिहाई के बाद उन्हें मदद देगा।

उन्होंने तीन एस के बारे में बताते हुए कहा कि तीन एस का मतलब है संस्कार, जिसमें योगा और ध्यान शामिल हैं तथा शिक्षा और स्किल्स जिसमें उनके इच्छा के अनुसार कौशल बढाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में यशपाल सिंघल ने कहा कि प्रत्येक कैदी को शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल रहना चाहिए। उन्हें शिक्षा लेनी भी चाहिए तथा दूसरे कैदियों को कैद के दौरान शिक्षा देनी भी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कैदियों को जेल छोडऩे से पहले कुल अतिरिक्त कौशल सीखकर जाना चाहिए। डा० बेदी और श्री सिंघल ने गुडग़ांव जेल में ई-लाइब्रेरी का शुभारंभ भी किया जो एक वैश्विक समेकित सुरक्षा कम्पनी जी4एस द्वारा वित्तपोषित है। कैदियों ने गुडग़ांव जेल के अधीक्षक हरिंद्र सिंह के प्रयासों की भी सराहना की।