हरियाणा: शांति के लिए निकला कैंडल मार्च, अभी भी डर का माहौल

चण्डीगढ़/नई दिल्ली (जनसमा)। हरियाणा में पिछले कई दिनों से जारी जाट आरक्षण आंदोलन अब कुछ थमता हुआ नजर आ रहा है। खबर है कि हरियाणा में आंदोलनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर-एक और दस सहित अधिकांश सड़कों और रेल पटरियों से अवरोध हटा दिए हैं। इन सड़कों पर यातायात शुरू हो गया है। लेकिन सोनीपत में आज सुबह आंदोलनकारियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी। सोनीपत में सभी सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षा संस्थानों को कल तक बन्‍द रखने का आदेश दिया गया है।

फोटोः रोहतक में 23 फरवरी, 2016 को पत्रकारों से बातचीत करते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर। (आईएएनएस)

मंगलवार दोपहर आकाशवाणी समाचारों के अनुसार रोहतक में शांति के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। वहां कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन सोनीपत और हिसार में कर्फ्यू जारी है। जींद से भी कर्फ्यू हटा लिया गया है। रोहतक में कई प्रभावित शहरों में बाजार भी खुलने शुरू हो गए हैं। हालांकि डर का माहौल अभी बना हुआ है।

खबरों में बताया गया कि कैथल में चित्रम मोड़ से प्रदर्शनकारी हट गए हैं। रेलगाड़ियों का चलना भी शुरू हो गया है। जम्मू में फंसे यात्रियों के लिए जम्मू से दिल्ली वाया सहारनपुर दो विशेष रेलगाड़ियां चलाई गई हैं। चंडीगढ़-दिल्ली मार्ग पर भी शीघ्र ही रेल यातायात बहाल होने की उम्मीद है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी और निजी शिक्षा संस्थाएं बंद रखने का आदेश दिया गया है। पश्चिमी यमुना सम्पर्क नहर पर सेना ने नियंत्रण कर लिया है और दिल्ली के लिए  जल आपूर्ति फिर शुरू की जा रही है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा की सभी घटनाओं की जांच की जाएगी और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने हिंसा होने दी और अपनी ड्यूटी निभाने में असफल रहे।

मुख्यमंत्री ने रोहतक में कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और आगजनी की घटनाओं में शामिल लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। मनोहर लाल ने कहा कि जिन दंगाईयों, उपद्रवियों ने दुकानें जलाई हैं अथवा सामान लूटा है, उनकी पहचान करके उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से गुमराह न होने की अपील की।