देहरादून, 14 मई (जनसमा)। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को थराली एवं कर्णप्रयाग क्षेत्रों का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री रावत ने विगत 8 मई, 2016 को थराली एवं कर्णप्रयाग में बाढ ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन को आपदा पीडित परिवारों को जल्द से जल्द अनुदान देने के निर्देश दिए।
हरीश रावत ने थराली स्थित मींग गदेरे का स्थलीय निरीक्षण कर लोनिवि के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कर्णप्रयाग में आईटीआई के समीप आवासीय कालोनी में हुए नुकसान को लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष/विधायक कर्णप्रयाग डाॅ0 अनसूया प्रसाद मैखुरी एवं जिलाधिकारी को कमेटी गठित कर क्षतिग्रस्त स्थल का सर्वे कर प्रभावित 86 परिवारों को मुआवजा राशि दिये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री रावत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाज कल्याण द्वारा दी जा रही वृद्धावस्था, विकलांग, विधवा इत्यादि पेंशन को आठ सौ से बढ़ाकर एक हजार किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास जितना पैसा आयेगा वो गरीबों, महिलाओं, शिल्पकारों, नौजवानों, जनजातियों के हित में खर्च करेंगे। उन्होंने थराली मे पुल निर्माण तथा पार्किंग निर्माण हेतु जिलाधिकारी को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उन्होंने गौचर में स्थानीय भाषाओं हेतु संस्थान खोलने, चमोली जिले को पर्वतीय विकास के माॅडल के रूप में विकसित करने, देवालखेता मोटर मार्ग की स्वीकृति, नारायणबगड में झूला पुल के स्थान पर मोटर पुल निर्माण की बात कही। उन्होंने कहा कि ओडीसीएच के तहत जिन 37 परिवारों का रेवेन्यू चालान काटा गया है, उन परिवारों को एक माह का अतिरिक्त समय मकान बनाने के लिए दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों को रूकने नहीं दिया जाएगा। बीएड, टीईटी, बीपीएड व गेस्ट टीचर सहित अन्य बेरोजगारों को रोजगार दिए जाने के पूरे प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने युवाओं को कौशलपरक रोजगार अपनाने की बात कही।
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