हरीश रावत ने किया जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास

देहरादून, 20 फरवरी। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को राजकीय इण्टर काॅलेज गुप्तकाशी में ल्वारा एवं सेमीभैंसारी ग्राम पंचायत तथा यूजेवीएन लिमिटेड के मध्य गुप्तकाशी में आयोजित समझौता प्रपत्र हस्ताक्षर समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ढेड़ मेगावाट की क्षमता वाली गुप्तकाशी जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास किया साथ ही माडॅल विद्यालय येाजनान्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज गुप्तकाशी का भी लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि शिक्षा व खेती पर ध्यान दिया जाना चाहिए इसके लिये सभी को मिलजुल कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अच्छा वातावरण सभी के सहयोग से बनेगा। तीन माह के अन्दर सभी विद्यालयों में 80 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि गांवों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिये गांवों के गदेरो के पानी का उपयोग कर ग्राम पंचायतों को भागीदर बनाकर ऊर्जा उत्पन्न की जायेगी। उन्होंने खेती पर जोर देते हुए कहा कि खेती को व्यवसायिक बनाना होगा इसके साथ ही अपनी शिल्प का सरंक्षण भी जरूरी है।

उन्होंने राजकीय इण्टर काजेल गुप्तकाशी में किताबों के लिये 2 लाख रूपये, ल्वारा में एक खेल मैदान, भीरीमयाली पैदल पुल निर्माण, चन्द्रापुरी-गुगली-जयकण्डी-मंगोलीसरूणा एवं पतलपाणी-जयकण्डी मोटर मार्ग की स्वीकृति की घोषणा की।

इस अवसर पर विधायक एवं संसदीय सचिव श्रीमती शैलारानी रावत ने इस परियोजना के लिये विधान सभा क्षेत्र केदारनाथ को चुनने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। साथ ही क्षेत्र के विकास की अनेको माँगों को मुख्यमंत्री के सम्मुख रखा। प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ उमाकांत पंवार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित सूक्ष्म एवं अति लघु जल विद्युत परियोजनाओं के विकास हेतु ऊर्जा नीति 2015 के तहत ग्राम पंचायत की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए गुप्तकाशी जल विद्युत परियोजना का क्रियान्वयन ल्वारा एवं सेमीभैंसारी ग्राम पंचायत के साथ यूजेवीएन लिमिटेड के सहयोग से किया जायेगा। इस परियोजना के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा तथा उनकी आर्थिकी मजबूत होगी।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना से प्रतिवर्ष लगभग साढे़ तीन करोड की बिजली विक्रय की जायेगी। इस परियोजना से होने वाले लाभ का एक बडा हिस्सा ल्वारा एवं सेमीभैंसारी ग्राम पंचायत को दिया जायेगा जिससे इन ग्राम पंचायतों में विकास कार्य किये जा सकेगें।