देहरादून, 19 नवंबर। (जस)। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित इन्दिरा अम्मा भोजनालय, ट्रांसपोर्ट नगर सहारनपुर रोड़ की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित धन्यवाद समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री रावत ने इंदिरा अम्मा भोजनालय से जुड़ी सभी महिलाओं तथा राज्य भर के महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके प्रशंसनीय संगठित प्रयासो के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह अत्यन्त प्रसन्नता कि बात है कि सेराफिना सेवा केन्द्र व सेराफिना स्वयं सहायता समूह ने महिलाओं को संगठित करने के मिशन में मदर सेल्फ हेल्प गु्रप की भूमिका निभायी हैं।
रावत ने कहा कि यदि हमे खुशहाल भारत एवं खुशहाल उत्तराखण्ड बनाना है तो महिलाओं की प्रगति, सामाजिक सुरक्षा तथा उनके आर्थिक सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। कोई भी देश, समाज एवं परिवार तब तक प्रगति नहीं कर सकता जब तक कि उसकी आधी आबादी विकसित व प्रसन्न नही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में हमारे राज्य में 12000 महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहो के सम्बन्ध में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है जिनके अनुसार राज्य के सभी निष्क्रिय स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय बनाने तथा ऋणग्रस्त स्वयं सहायता समूहों को ऋण भार से मुक्त करने में सहायता दी जायेगी।
कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण घोषणा के अन्तर्गत राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि निष्क्रिय स्वयं सहायता समूहो को इस माह के अन्त तक 5000 रूपये की धनराशि वेकअप मनी के रूप में प्रदान की जाएगी। इस प्रकार राज्य के सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य सरकार द्वारा 5000 रूपये की आर्थिक सहायता स्वयं सहायता समूहों को अनुदान के रूप में प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त नई व्यवसायिक गतिविधियों हेतु स्वयं सहायता समूहों को 20000 रूपयें का अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों को ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक खेती करने के लिए तथा इस कार्य हेतु भूमि लीज पर लेने हेतु 100000 रूपये की सहायता राशि भी राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है।
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