नई दिल्ली, 21 जनवरी। (जनसमा) विश्व बैंक ने पानी और उससे संबंधित रोगों और खतरों के बारे में चिन्ताजनक तथ्य और आंकड़े जारी किए हैं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रदूषित पानी का एक दर्दनाक पहलू यह भी है कि विश्व में हर दिन लगभग 1,000 बच्चे प्रदूषित पानी के कारण दस्त रोग के शिकार होकर मर जाते हैं।
यमुना को प्रदूषित करते लोग । फोटो: बी भट्ट .
इसके अनुसार वैश्विक आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा पानी की कमी से प्रभावित है और इसमें वृद्धि का अनुमान है ।
विश्व बैंक का कहना है कि दुनिया में 70 प्रतिशत से अधिक आबादी बाढ़ और पानी से संबंधित आपदाओं, प्राकृतिक आपदाओं के कारण पीड़ित होती हैं।
विश्व में 1.7 अरब से अधिक लोग नदी-घाटियों में रह रहे हैं जहां पानी का दबाव व प्रवाह बहुत अधिक है।प्रदूषित पदार्थेां को हटाए बिना मानव गतिविधियों से उत्पन्न अपशिष्ट जल का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नदियों या समुद्र में बहा दिया जाता है। ।
विश्व बैंक के अनुसार विश्व में कम से कम 66.30करोड़ लोगों को पीने योग्य साफ पानी नहीं मिलता है।वहीं विश्व में 2.4 अरब लोग शौचालयों की कमी के कारण बुनियादी स्वच्छता सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाते हैं।
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