नई दिल्ली, 25 फरवरी (जनसमा)। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को लोकसभा में सन्2016-17 बजट पेश करते हुए कहा कि “हम म भाड़ा बढ़ाकर आय बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं।” प्रभु ने कहा, ‘‘हम नागरिकों को ऐसा रेल सिस्टम देना चाहते हैं जिस पर देश के नागरिकों को नाज़ होगा। यात्री की गरिमा और रेल की प्रगति ही हमारा लक्ष्य है।’’
रेलमंत्री सुरेश प्रभु आज लोकसभा में अपने कार्यकाल का दूसरा रेल बजट प्रस्तुत कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह चुनौती भरा समय है और अंतर्राष्ट्रीय मंदी के साथ-साथ सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें भी लागू होनी हैं लेकिन मुश्किलों के बावजूद हम न रुकेंगे और न झुकेंगे। हम चाहते हैं मिलकर कुछ नया करें।
उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके इस रेल बजट से सभी संतुष्ट होंगे। उन्होंने कहा कि हम अपनी अंदरूनी ताकत को इस्तेमाल करके मजबूती हासिल करेंगे। इस बार के रेल बजट में उन्होंने किराया न बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम भाड़ा बढ़ाकर आय बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं।’’
सुरेश प्रभु ने कहा कि पिछले साल की तुलना में हमारे कामकाज का खर्च 32 फीसदी बढ़ा है और इस साल हमने योजना मद में 1.21 लाख करोड़ रुपया खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि इस साल रेलवे में पिछले साल से दोगुना निवेश किया जाएगा।
उन्होंने आधारभूत ढांचे पर चौतरफा ध्यान देने की बात कही और कहा कि नागरिकों की अर्से से चली आ रही मांगों पर ध्यान दिया जाएगा।
प्रभु ने कहा कि मालगाडि़यों की रफ्तार 50 किमी बढ़ाई जाएगी तथा मेल रेलगाडि़यों की रफ्तार 80 किमी की जाएगी। पैसेंजर ट्रेनों को भी 80 किमी की स्पीड से चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद को आरक्षण दिया जाएगा और 2020 तक हर यात्री को कन्फर्म टिकट मिलने लगेगा।
सुरेश प्रभु ने पूर्वोत्तर भारत में रेल लाइन बनाने की भी बात की। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर को रेल लाइन से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि बंदरगाहों तक रेल लाइन बनाने का लक्ष्य बनाया गया है। उन्होंने 2020 तक सभी मानवरहित रेलवे फाटक खत्म करने का एलान किया।
रेलमंत्री ने कहा कि हमने रेलवे में भर्तियों को ऑनलाइन करने का इंतजाम किया है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले बजट से 8 हजार 720 करोड़ रुपए बचाए हैं।
उन्होंने ‘महामना एक्सप्रेस’ का जिक्र करते हुए कहा कि हमने ‘महामना एक्सप्रेस’ के नाम से नई ट्रेन चलाई है तथा एसी-3 क्लास वाली ‘हमसफर एक्सप्रेस’ भी चलाई जाएगी।
उन्होंने यात्रियों के लिए ट्रेनों में ‘वाई-फाई’ सुविधा बढ़ाने की बात कही और कहा कि अगले दो साल में लगभग 400 स्टेशनों पर ‘वाई-फाई’ सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम सोशल मीडिया के माध्यम से मुसाफिरों से जुड़े हुए हैं तथा सेलफोन के जरिये भी 1 लाख से ज्यादा लोगों से फीडबैक मिले हैं।
उन्होंने 313 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी सुविधा उपलब्ध होने की बात की।
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