नई दिल्ली, 19 मई। ‘टीकाकरण’ इतिहास के सर्वाधिक सशक्त एवं लागत सक्षम स्वास्थ्य खोजों में से एक है और यह प्रत्येक वर्ष 20-30 लाख लोगों को मृत्यु से बचाता है। स्वच्छ जल को छोड़कर, कोई अन्य तरीका, यहां तक कि एंटीबायोटिक्स भी मृत्यु दर में कमी लाने में इतना कारगर नहीं रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में ‘टीकाकरण का महत्व’ पर दवा, टीका एवं उपभोक्ता देखभाल कंपनी ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन (जीएसके) द्वारा मंगलवार कोआयोजित एक सत्र के दौरान विशेषज्ञों ने ये बातें कहीं।
दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ तथा विभाग के प्रमुख डॉ.श्याम कुकरेजा ने कहा, “टीकाकरण का महत्व महज सकारात्मक स्वास्थ्य नतीजों को उपलब्ध कराने से कहीं अधिक है। यह जीवन की रक्षा व धन बचाकर सामाजिक-आर्थिक विकास में भी सहायता करता है। प्रतिरक्षण निर्धनता को कम करने एवं दीर्घकालिक आर्थिक व सामाजिक खर्च पर लगाम लगाने के लिए अत्यंत किफायती जन-स्वास्थ्य निवेशों में से एक है।”
पीजीआई चंडीगढ़ व राजधानी स्थित लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज में पढ़ा चुकीं प्रख्यात स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. शारदा जैन ने कहा, “हम टीकों एवं टीकों के विकास को किस नजरिए से देखते हैं, इस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। यह रोकथाम के महत्व पर आधारित होना चाहिए, जो समाज पर सकारात्मक आर्थिक प्रभाव डालने में सक्षम हो।”
जीएसके फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड में चिकित्सकीय मामलों के महाप्रबंधक डॉ. शफी कोल्हापुरे ने कहा कि टीके को रोग सुरक्षा के सबसे बड़े एकल वादे के रूप में चिन्हित किया गया है। स्वास्थ्य असाधारण रूप से बहुमूल्य है। रोकी जा सकने योग्य मानवीय तकलीफों को बुलाने, देखभाल व उपचार के खर्चो को बढ़ाने, रोजगार को गंवाने एवं उत्पादकता के स्तर पर क्षति उठाने से बेहतर है रोगों को रोकने का उपाय करना।
टीकाकरण के लाभ :-
* बार-बार बीमार पड़ने एवं दीर्घकालिक अक्षमता के कारण होने वाली आर्थिक हानि आज अनेक देश में विकासहीनता का प्रमुख कारण है।
* टीकाकरण की सबसे बड़ी सफलता छोटी चेचक के उन्मूलन एवं पोलियो के लगभग निवारण में देखी जा सकती है।
* इन्फ्लुएंजा के टीकाकरण के कारण निमोनिया, इन्फ्लुएंजा, ब्रोंकाइटिस अथवा एम्फिसेमा के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में 63 प्रतिशत एवं इन रोगों से होने वाली कुल मौतों में 75 प्रतिशत की कमी हो सकती है।
* ह्यूमन पैपिलोमावायरस, जो कि गर्भग्रीवा के कैंसर का कारण है (महिलाओं में तीसरा सबसे प्रचलित कैंसर) की चपेट में आने के खतरे की दर प्रति 100,000 महिलाओं में 1 से लेकर 50 तक होती है। बेल्जियम में हेल्थ इकोनॉमिक डेटा ने यह प्रदर्शित किया है कि एचपीवी की केवल स्क्रीनिंग की तुलना में स्क्रीनिंग एवं टीकाकरण दोनों से 10,000 महिलाओं में से गर्भग्रीवा के कैंसर के अतिरिक्त 646 मामलों को रोकने में मदद मिली है।
बाल्यकाल में टीकाकरण
* अगले 10 वर्षो के दौरान 42.6 करोड़ लोगों को बीमारियों से बचाने एवं 64 लाख मौतों को टालने के अतिरिक्त बच्चों को प्रतिरक्षण प्रदान करने से परिवारों व सरकार दोनों को व्यापक आर्थिक लाभ होगा।
* विश्व के 72 सबसे निर्धन देशों में अगले एक दशक के दौरान बच्चों में प्रतिरक्षण की वृद्धि के कारण उपचार व उत्पादकता में अनुमानत: 151 अरब अमेरिकी डॉलर की बचत होगी।
वयस्क एवं किशोरावस्था में टीकाकरण :-
वर्तमान भू-सांख्यिकीय रूझानों के बीच वयस्कों एवं किशोरों में टीकाकरण जन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में किफायती समाधान उपलब्ध कराता है एवं उन्हें जीवन की उत्तरावस्था में शारीरिक रूप से सक्रिय एवं उत्पादक बने रहने में सहायता मिलती है।
— आईएएनएस
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