हाथरस/लखनऊ, 3 जुलाई। हाथरस हादसे पर एसडीएम सिकंदराराऊ ने हाथरस के डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भोले बाबा की चरण राज लगाने के लिए आगे बढे और हादसा होगया।
मीडिया में कहा जारहा है कि रतिभानपुर में सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मचने से अब तक 116 लोगों की जान गई है ।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सत्संग के दौरान पांडाल में 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद थी। सत्संग खत्म होने के बाद नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के दर्शन व चरण स्पर्श एवं आशीर्वाद स्वरूप उनकी चरण रज अपने माथे पर लगाने के लिए लोग आगे बढ़े।
श्रद्धालु उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे तो बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमांडो) एवं सेवादारों ने भीड़ के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इससे कुछ लोग नीचे गिर गए।
यहां से भीड़ कार्यक्रम स्थल के सामने खुले खेत की तरफ भागी जहां सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान ढालनुमा जगह होने के कारण लोग फिसलकर गिर पड़े। इसके बाद वो पुनः उठ नहीं सके और भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी। इसमें कई महिलाएं व पुरुष और बच्चे हताहत व गंभीर रूप से घायल हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार तत्काल पुलिस सुरक्षा कर्मियों द्वारा हताहत लोगों को एंबुलेंस व अन्य उपस्थित साधनों से घटनास्थल के आसपास स्थित अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भिजवाया गया।
योगी घायलों से मिले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को स्वयं हाथरस पहुंचे और यहां उन्होंने अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और फिर सीधे हाथरस जिला अस्पताल पहुंच गए, जहां उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों का हालचाल जाने और डॉक्टरों को समुचित उपचार के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी।
सीएम ने घटना की जांच के लिए एडिशनल डीजी आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ को नियुक्त किया और 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। इसके अलावा सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने का भी ऐलान किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों और उनके परिजनों से बात की। वो हर एक बेड पर जाकर घायलों से मिले और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली।
सीएम योगी मृतकों के परिजनों से भी मिले और उनके साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी ली और साथ ही अपनी ओर से सांत्वना और संवेदना भी प्रकट की।
प्रत्यक्षदर्शी महिला कांस्टेबल
इससे पूर्व घटना की प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने सीएम को पूरी घटना के बारे में बताया।
उसने बताया कि भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। खासतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं भगदड़ का शिकार बनीं। वो उठना चाह रही थीं, लेकिन उठ नहीं सकीं, क्योंकि एक के बाद एक महिलाएं उनके ऊपर गिरती चली गईं।
योगी ने भगदड़ वाले स्थल का भी जायजा लिया और आवश्यक निर्देश प्रदान किए।
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