नई दिल्ली, 2 अक्टूबर | जमात-उद-दावा का प्रमुख और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज सईद पाकिस्तान का असली प्रधानमंत्री है। मौजूदा भौगोलिक परिदृश्य में पाकिस्तान का गठन ही गलत है। पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई लेखक तारिक फतह ने शनिवार को यह बात कही।
कराची में जन्मे फतह ने इंडिया टीवी से एक साक्षात्कार में कहा, “मैं नहीं जानता कि आप भारत के लोग इतनी गहरी धारणा क्यों रखते हैं कि आप यह देखने में नाकाम हैं कि देश को कौन चला रहा है। जमात-उद-दावा के सैनिकों ने 10 माह में 30 लाख बंगालियों की हत्या की थी। वे बलूच युवाओं को विमान से फेंक सकते हैं, युवतियों से दुष्कर्म कर सकते हैं।”
फोटो में : नई दिल्ली में 1 अक्टूबर 2016 को बलूच कार्यकर्ता मजदक दिलशाद बलूचए भारत.पाक संबंधों में एक विशेषज्ञ और पूर्व वरिष्ठ राजनयिक विवेक काटजू और पाकिस्तान मूल के कनाडा के लेखक और पत्रकार डॉ तारेक फतह एक कार्यक्रम के दौरान एक पुस्तिका ‘बलूचिस्तान: क्या दुनिया को पता करने की जरूरत है’के रिलीज के अवसर पर। फोटोः आईएएनएस
उन्होंने कहा, “1971 के युद्ध के बाद जब करीब 90 हजार पाकिस्तानी युद्ध बंदियों को इंदिरा गांधी ने छोड़ा तो उन्हें पाकिस्तान की सेना ने 1973 से 1975 तक बलूचिस्तान में और नरसंहार करने के लिए तैनात कर दिए गए थे।”
टीवी चैनल की विज्ञप्ति के मुताबिक, फतह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपने आप में कई शब्द लिए हुए है. यह अपने आप में देश नहीं है..पाकिस्तान एक मजाक है जो हम सबके साथ किया गया।
फतह ने कहा, “पाकिस्तान को उत्तर प्रदेश और बिहार के नवाबों ने पैदा किया जो लोकतंत्र से डरे हुए थे। उन्हें नेपाल की सीमा पर पाकिस्तान बनाना चाहिए था लेकिन इसकी जगह वे पाकिस्तान पंजाब के बाहर बनाया जिसमें मुस्लिम लीग हार गया।”
फतह प्रसारक भी हैं, उदारपंथी एक्टिविस्ट हैं और मुस्लिम कनाडियन कांग्रेस के संस्थापक हैं। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान स्वतंत्र था और पाकिस्तान की सेना ने उसे 1947 में जबरन कब्जे में ले लिया।
उन्होंने काम करने के ढंग को लेकर नवाज शरीफ और पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ की आलोचना भी की।
पाकिस्तानी लेखक ने हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दीन को पाकिस्तान का असली रक्षामंत्री करार दिया।
–आईएएनएस
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