हिन्दी भाषा के विकास की नई पहल ‘सम यंत्र’

नई दिल्ली, 2 सितम्बर (आईएएनएस)| हिन्दी भाषा के विकास के लिए सम यंत्र नाम के स्टार्टअप की शुरुआत की गई। ‘हर दिन हिन्दी’ के नारे के साथ शुरू किए गए इस स्टार्टअप का लक्ष्य हिन्दी भाषा का चौतरफा विकास करना है। उद्घाटन समारोह में एक अनोखा व दिलचस्प मल्टी-मीडिया कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। हिन्दी के प्रति रुचि, समकालीन सोच, व भाषा में गुणवत्ता बढ़ाने के इरादे से सम यंत्र ने अपने कलात्मक आधुनिक शैक्षिक उपकरण व साधन प्रस्तुत किए। कभी वेबसाइट, कभी स्मार्ट फोन, कभी विडियो, कभी रिंगटोन! साथ ही हिन्दी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

प्रसिद्ध कलाकार-आविष्कारक औशिम घोष, उद्यमी रोहित नायर और जाने-माने संगीतकार, चिन्तन कालरा सम यंत्र की प्रमुख तिगड़ी हैं।

अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अर्सो से स्वीकार किया है कि भाषाओं व शब्दावली की प्रगति में कलात्मक शब्दखेलों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इस तथ्य से प्रेरित होकर घोष ने शब्द कोशिश- शब्दखेल का आविष्कार किया।

इस खेल का लक्ष्य लोगों को भाषा के विभिन्न रूपों से अवगत कराना है। यह खेल विशेष रूप से मात्राओं और आधे अक्षरों की शब्दावाली पर केंद्रित है।

सम यंत्र, शब्दकोशिश परियोजना के विभिन्न उपकरणों को एक नए रूप में बेहतर और प्रभावी ढंग से पुन: प्रस्तुत कर रहा है।