हिप्र की सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेज़ी व गणित विषय पढ़ाए जाएंगे

शिमला 19 जनवरी (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी व गणित विषय आरम्भ करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांगड़ा जिला के बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के चढ़ियार में मंगलवार को एक जन सभा को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि इस निर्णय से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को निजी शिक्षण संस्थानों के समकक्ष पहली कक्षा से ही दोनों विषयों की पढ़ाई का अवसर मिलेगा जिससे वे भविष्यमें प्रतिस्पर्धा का सामना करने के जिए सक्षम बन सकेंगे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र को प्रदेश सरकार सर्वाेच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है और पिछले तीन वर्षों में 994 से अधिक स्कूल खोले अथवा स्तरोन्नत किए गए हैं। इसके अलावा, 25 नए डिग्री महाविद्यालय भी खोले गए हैं। सरकार ने  अधिकांश काॅलेज ग्रामीण क्षेत्रों में खोलने को प्राथमिकता दी है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के युवा, विशेषकर लड़कियों को अपने घरों के समीप ही उच्च शिक्षा की सुविधाप्राप्त होसके। शिक्षा में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सरकार ने अध्यापकों की जिम्मेदारी को भी निर्धारित किया है ताकि बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चढ़ियार में लोक निर्माण विभाग का उप-मंडल स्थापित करने और चढ़ियार अस्पताल को रफैरल यूनिट के रूप में स्तरोन्नत करने की संभावनाएं तलाशी जाएगी।

उन्होंने रावमापा चढ़ियार का नाम पूर्व मंत्री बख्शी प्रताप सिंह के नाम पर रखने की घोषणा करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए विशेष योगदान दिया। उनके समय में ही चंगर क्षेत्र में अस्पताल जैसी कई बुनियादी सेवाएं उपलब्ध करवाई गई थीं। उन्होंने चढ़ियार अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांति प्रिय राज्य है जहां विभिन्न समुदायों के लोग आपसी सौहार्द के साथ रहे हैं। हालांकि हिमाचल प्रदेश हिंदु बहुल राज्य है लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय भी यहां उसी सम्मान और अधिकार के साथ रह रहे हैं, जो इस पहाड़ी राज्य की एक विशेषता है। चम्बा में हाल ही में हुए घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए उन्होंने उन शरारती तत्वों को चेतावनी दी जो जाति,धर्म आदि के नाम पर समाज को बांटने और ऐसी घटनाओं पर राजनीतिक रंग देने का प्रयास करते हैं।